उपचुनाव क्षेत्रों के आसपास के जिलों में न करें राजनीतिक गतिविधियां: चुनाव आयोग

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने 30 अक्टूबर को रहे देश में कुछ सीटों के हो रहे उपचुनाव के मद्देनजर अहम निर्देश दिया। आयोग ने कहा कि उपचुनाव क्षेत्रों के करीबी जिलों व चुनाव क्षेत्रों में उपचुनाव से सीधी जुड़ी कोई राजनीतिक गतिविधियां न की जाएं। आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाए। आयोग ने कहा कि संसदीय व विधानसभा उपचुनावों को लेकर आदर्श आचार संहिता को लेकर उसके मौजूदा दिशा-निर्देश संबंधित चुनाव क्षेत्र के साथ पूरे जिले में लागू होंगे। आयोग ने कहा कि उसके संज्ञान में लाया गया है कि कुछ राजनीतिक दल व प्रत्याशी उपचुनाव क्षेत्र के अलावा आसपास के जिलों में भी चुनावी गतिविधियां कर रहे हैं। इस बारे में आयोग ने सभी दलों व प्रत्याशियों को चेतावनी दी है कि वे चुनाव क्षेत्र से जुड़े जिलों व निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर कोई राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित न करें। एक अन्य बयान में आयोग ने यह भी कहा कि यदि उपचुनाव क्षेत्र किसी राज्य की राजधानी या महानगर या नगर निगम क्षेत्र में आता है तो आदर्श आचार संहिता सिर्फ संबंधित क्षेत्र तक ही सीमित रहेगी। इनके अलावा बाकी सभी उपचुनाव क्षेत्रों में समूचे जिले में आचार संहिता लागू रहेगी। आयोग ने स्पष्ट किया कि इन निर्देशों का मकसद यह है कि विकास व प्रशासनिक कार्य पर आचार संहिता का असर न हो और उपचुनाव का प्रचार सिर्फ संबंधित क्षेत्र तक ही सीमित रहे। लेकिन ऐसी स्थितियां भी बनी हैं, जिनमें मौजूदा उपचुनाव की गतिविधियां संबंधित संसदीय या विधानसभा क्षेत्र के बाहर भी हो रही हैं। इसलिए स्पष्ट किया जाता है कि यदि जिले के भीतर कहीं भी चल रहे उपचुनाव से संबंधित कोई चुनावी गतिविधि आयोजित की जाती है, तो आदर्श आचार संहिता के सभी निर्देश, कोविड नियम और चुनाव खर्च की निगरानी की व्यवस्था वहां भी लागू होगी। संबंधित जिला चुनाव अधिकारी ऐसे मामलों में सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे और दिशानिर्देशों को कड़ाई से पालन कराएंगे।

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