नई दिल्ली। रामायण और बुद्ध सर्किट के बाद अब सरकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस सर्किट बनाने जा रही है। सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़े स्थानों को दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। देशभर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़े तीन सर्किट बनेंगे। पहला सर्किट दिल्ली-मेरठ-डलहौजी से सूरत तक होगा। दूसरा कोलकाता से नागालैंड के रुजज्हो गांव तक बनेगा। वहीं कटक-कोलकाता से अंडमान तक बनेगा। इन सर्किट को रेल और हवाई मार्ग से भी जोड़ा जाएगा। उम्मीद है कि अगले साल जनवरी 2022 में तीनों सर्किट शुरू हो जाएंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक देश नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125 वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है। अगले साल 23 जनवरी 2022 को बड़ा कार्यक्रम मनाने की तैयारी चल रही है। इसी मौके पर इन तीनों सर्किट को शुरू करना है। इसी के तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़े स्थानों को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि पर्यटकों के साथ युवाओं को उसकी जानकारी मिल सके।