नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 30 अक्टूबर को होने जा रहे लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव को लेकर डीओपीटी ने केंद्रीय कर्मियों को विशेष राहत प्रदान की है। जिन क्षेत्रों में उपचुनाव होना है, वहां पर केंद्र सरकार के कार्यालय बंद रखने की बात भी कही गई है। साथ ही वोट डालने के लिए केंद्रीय कर्मियों को वेतन सहित छुट्टी मिलेगी। मतलब वे कर्मी छुट्टी लेकर अगर वोट डालने जाते हैं, तो उनका पैसा नहीं कटेगा। 30 अक्टूबर को विभिन्न राज्यों में तीन लोकसभा सीट व 30 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। केंद्र शासित प्रदेश, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव लोकसभा सीट पर 30 अक्तूबर को उपचुनाव होगा। इसके साथ ही मध्यप्रदेश की खंडवा और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर भी उसी दिन उपचुनाव होगा। आंध्रप्रदेश में एक विधानसभा सीट, असम में पांच विधानसभा क्षेत्र, बिहार में दो सीटें, हरियाणा में एक विधानसभा क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटें, कर्नाटक में दो विधानसभा क्षेत्र, मध्यप्रदेश में तीन विधानसभा सीटें, महाराष्ट्र में एक सीट, मेघालय में तीन विधानसभा सीट, मिजोरम में एक सीट, नागालैंड में एक सीट, राजस्थान में दो विधानसभा क्षेत्र, तेलंगाना में एक सीट और पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटों पर 30 अक्तूबर को उपचुनाव होगा। केंद्र सरकार में डीओपीटी द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में उपचुनाव है, वहां पर उस दिन सरकारी कार्यालय और केंद्रीय औद्योगिक इकाइयां बंद रहेंगी। ज्यादा से ज्यादा संख्या में सरकारी कर्मचारी मतदान में हिस्सा लें, इसके लिए उन्हें वेतन सहित अवकाश प्रदान किया गया है। पहले बहुत से कर्मचारी इस डर से वोट नहीं डालते थे कि उसके लिए छुट्टी लेनी पड़ती थी। अगर कोई कर्मचारी छुट्टी लेता था तो उनका एक दिन का वेतन कट जाता था। कर्मियों की इसी चिंता के मद्देनजर, केंद्र सरकार ने उन्हें मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश देने की घोषणा की है।