नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक ‘एंटी ओपन बर्निंग’ अभियान चलाएगी। 10 विभागाें की 550 टीमें इस पर नजर रखेंगी। 304 टीमें दिन और 246 टीमें रात में गश्त करेंगी। सरकार ने डीजल जेनरेटर व कोयला भट्ठियों पर रोक लगानेे, मेट्रो व बस के फेरे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली सचिवालय में मंगलवार को बैठक में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, खुले में कूड़ा जलाने से रोकने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, सभी निगम, कैंट बोर्ड और अन्य विभाग संयुक्त रूप से काम करेंगे। लोगों से दिल्ली ग्रीन एप पर खुले में कूड़ा जलाने की शिकायत करने की अपील की गई है। मंत्री ने कहा कि प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगमों को पार्किंग शुल्क बढ़ाने व मेट्रो और बसों के फेरे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एसडीएम यह सुनिश्चित करेंगे कि सोसायटियों में तैनात गार्ड को हीटर दिए जाएं, ताकि वे रात में अलाव न जलाएं। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने रेस्तरां में कोयले व लकड़ी जलाने पर रोक लगा दी है। रेस्तरां के परिसर के बाहर तंदूर के उपयोग करने पर भी रोक लगाई गई है। आदेश का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।