बदरीनाथ धाम में फिर बढ़ी तीर्थयात्रियों की संख्या

उत्तराखंड। बदरीनाथ धाम में इन दिनों तीर्थयात्रियों की संख्या में फिर से इजाफा हो गया है। बुधवार को 2040 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। 20 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। 15 नवंबर से धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। धाम के दर्शनों को परिवार के साथ पहुंचे कैलाश नौटियाल ने बताया कि बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली की मनौतियां मांगी। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो गए हैं। अब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी एक सप्ताह बाद शुरू हो जाएगी। गंगोत्री धाम, केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम समेत एक-एक करके सभी धामों के कपाट बंद होने के साथ ही परिवहन विभाग के चेकपोस्टों पर तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों ने भी अपना बोरिया बिस्तर समेटना शुरू कर दिया है। गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के साथ ही परिवहन विभाग के आला अधिकारियों के निर्देश पर ब्रह्मपुरी में स्थापित किए गए चेकपोस्ट को बंद कर दिया गया है। आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने बताया कि केदारनाथ धाम्र, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद किए जाएंगे। ऐसे में ऋषिकेश से आगे तपोवन में विभागीय चेकपोस्ट पर यात्रा पर जाने वाली गाड़ियों की जांच की जा रही है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही तपोवन चेकपोस्ट को भी बंद कर दिया जाएगा। बता दें कि हाईकोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार की ओर से चारधाम यात्रा शुरू किए जाने के साथ ही परिवहन विभाग की ओर से तपोवन, ब्रह्मपुरी समेत यात्रा मार्ग पर जगह-जगह चेकपोस्ट स्थापित किए गए थे ताकि चारधाम यात्रा पर सिर्फ उन्हीं गाड़ियों को जाने की इजाजत दी जा सके जो पूरी तरह से हिट है। चेकपोस्टों पर न सिर्फ गाड़ियों के तमाम कागजात चेक किए गए, वरन चारधाम यात्रा पर जाने वाले तमाम तीर्थयात्रियों का भी ब्योरा जुटाया गया, ताकि इस बात की जानकारी जुटायी कि आखिरकार इस साल कितने तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा की।

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