हां.. तो अब भंग होगी संसद ?

नई दिल्ली। पाकिस्तान में दिनों दिन राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। हालत यह हो गई है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने अब संसद भंग करने की धमकी भी दे डाली है। उनका कहना है कि उनके खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव के चलते बढ़ रहे हर दबाव का वह डटकर मुकाबला करेंगे। किसी भी प्रकार की मजबूरी में वह इस्तीफा नहीं देंगे और अंतिम गेंद तक पूरी मजबूती के साथ खेलेंगे।

पाकिस्तान में पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की सरकार चल रही है जिसके तहत इमरान खान प्रधानमंत्री है। इसकी प्रमुख विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की ओर से इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है क्योंकि सत्ता पक्ष के असंतुष्ट कई सांसदों ने लगातार इस्तीफा दिया है। इमरान सरकार अल्पमत में आ गई है।

इधर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही सत्ता के साथ गठबंधन में आई मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएमपी) ने भी समर्थन वापस ले लिया है। इससे पाकिस्तान तहरीक- ए -इंसाफ को इस कदम से काफी झटका लगा है। इमरान के पार्टी की जो स्थिति है उससे सरकार बचाना नामुमकिन ही लग रहा है। 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए कुल 172 सांसदों का समर्थन चाहिए। इस समय सदन में पीटीआई के सांसदों की सदस्य घटकर 164 हो गई है। इस समय विपक्ष के पास कुल 177 सदस्य हो गए हैं।

इमरान सरकार को सांसदों की संख्या पूरी करना बहुत मुश्किल दिखाई दे रही है। उधर विपक्षी पार्टी पीपीपी ने अविश्वास प्रस्ताव को वापस लेने से पूरी तरह इंकार कर दिया है। इस अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को ही चर्चा भी होना था लेकिन यह अपरिहार्य कारणों से टल गया है अब रविवार को इस पर चर्चा होगी। तब तक राजनीतिक स्थिरता चरम पर बनी हुई है। अब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सांसदों में पैदा करने के लिए सदन को भंग करने की धमकी दे चुके हैं उनकी ओर से फेंका गया अंतिम गेंद है अब यह रणनीति क्या असर दिखाएगी इसका फैसला रविवार को ही हो पाएगा। इसी क्रम में उन्होंने देश के नाम एक संदेश देते हुए कहा कि इस समय देश की 22 करोड़ जनता हमारी सबसे पहली जिम्मेंदारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *