नई दिल्ली। विज्ञापनों को लेकर फिल्मी स्टाक आए दिन किसी न किसी मामले में सुर्खियों में बने रहते है। अभी हाल ही में विमल इलायची का नया विज्ञापन सामने आया है, जिसके बाद एक बार फिर बवाल शुरू हो गया है।
इस एड में अक्षय कुमार भी नजर आए हैं। बस फिर क्या था हंगामा मचना तो तय था, इस एड के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर अक्षय को खूब ट्रोल किया जा रहा है। अक्षय कुमार ने जबसे टीवी पर आकर ‘बोलो जुबां केसरी’ बोला है, वो फैंस को भी अखरने लगे हैं।
अब उनपर फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी ने भी निशाना साधा है। फर्स्टपोस्ट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जहां अक्षय एक आम आदमी को सैनिटरी पैड पर पैसा खर्च करने के बारे में बताते हैं, उस सीन को अब से फिल्मों से हटा दिया जाना चाहिए।
एक तरफ जहां एक जाना माना सुपरस्टार जनता को सिगरेट पर खर्च न करने के लिए कह रहा है। वहीं दूसरी ओर वहीं अभिनेता पान मसाला खाने की भी सलाह दे रहे हैं। पूर्व सेंसर बोर्ड प्रमुख निहलानी बॉलीवुड की अभिनेत्रियों से भी नाराज नजर आए।
उन्होंने कहा कि एक्ट्रेसेस न्यूडिटी को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती हैं और लोगों को ये सब मुफ्त में देखने को मिल रहा है। पहलाज निहलानी को लगता है कि साउथ इंडियन स्टार्स की तरह बालीवुड के एक्टर्स वह मुकाम कभी हासिल नहीं कर सकते।
दक्षिण में रजनीकांत, विजय और खुशबू जैसे सितारों के लिए मंदिर बनाया गया हैं। उन्होंने आगे कहा कि अक्षय की बहुत साफ-सुथरी छवि है। उन्हें जनता के नायक के रूप में देखा जाता है। फिर वह पान मसाला के ब्रांड का प्रचार क्यों कर रहे हैं।
शराब और पान मसाला जैसे विज्ञापनों का प्रसारण अवैध और असंवैधानिक है। ‘कानून सीबीएफसी को पान मसाला और शराब के विज्ञापनों को सर्टिफिकेट देने से रोकता है। इसलिए इन उत्पादों के प्रसारण के विज्ञापन अवैध हैं। ऐसे विज्ञापनों का हिस्सा बनने वाले अभिनेताओं को पता होना चाहिए कि वे अवैध गतिविधि में भाग ले रहे हैं’।