लखनऊ। यूपी में डबल इंजन की सरकार दोबारा बनने के बाद फिर वहां विकास की गति को तेज किया जा रहा है। केन्द्र सरकार भी यूपीवासियों को तोहफा पर तोहफा देती जा रही है। अभी हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय राजमार्गों पर 12 हजार करोड़ रुपये के नए कामों की मंजूरी दी गई है। इस धन से यूपी में कुल 685.71 किमी लंबे बाईपास, पुलों एवं सड़कों का निर्माण होगा। सभी सड़कें पेव्ड शोल्डर के साथ दो लेन (10 मीटर चौड़ी), फोरलेन या उससे अधिक चौड़ी बनाई जाएंगी।
राजमार्गों पर होने वाले इन कामों की कुल संख्या 30 है। हाईवे के जिन कामों को मंजूरी दी गई है, उनमें मिर्जापुर (एनएच-135 ए), बलरामपुर (एनएच-730), शोहरतगढ़ (एनएच-730), फरेंदा (एनएच-730), गिलौला बाजार (एनएच-730), अमेठी, देवरिया और जसरा (एनएच-76) में कुल आठ बाईपास सड़कें बनाई जाएंगी। इन बाईपास की कुल लंबाई 80 किलोमीटर होगी। इसके साथ ही शाहजहांपुर-बीसलपुर (एनएच-731के), फैजलनगर-सलेमपुर (एनएच-727बी), इस्लामनगर-जलेसर-एटा(एनएच-727बी), सेलमपुर-मैरवा (एनएच-727ए), बूढ़ी गंडक से सिवरही बाईपास तक (एनएच-727एए), चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के चार पैकेज, हरदोई (एनएच-330डी), रामवन गमन मार्ग के पांच पैकेज, बाराबंकी-लखीमपुर (एनएच-727एच), छपवा-कुशीनगर (एनएच-28बी), मेहदावल-रामनगर (एनएच-328ए) और बस्ती-कप्तानगंज (एनएच-328) के हिस्सों को पेव्ड शोल्डर के साथ दो लेन की सड़कें बनेंगी। लखनऊ में इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे (एनएच-24ए), बस्ती एवं महाराजगंज आदि में राष्ट्रीय राजमार्गों को चार लेन या उससे ज्यादा चौड़ी करने की परियोजनाएं भी शामिल हैं। इसी क्रम में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में पांच पुल एवं रेलवे ओवर ब्रिज का भी निर्माण होगा। प्रमुख अभियंता (एनएच विंग के प्रभारी) पीडब्ल्यूडी मनोज गुप्ता ने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बड़ी संख्या में परियोजनाओं को सहमति दी है। राजमार्गों के चौड़ीकरण के लिए जरूरी होने पर जमीन का अधिग्रहण भी किया जाएगा। अगर इसमें किसी प्रकार की समस्या आती है तो उसका समाधान कराते हुए इस कार्यों को निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा।