नई दिल्ली। देश में अब खाद्य तेल के साथ साबुन, शैंपू, बिस्कुट, टूथपेस्ट जैसी वस्तुएं महंगी हो सकती हैं। इसके पिछे की वजह इंडोनेशिया का पाम आयल निर्यात बंद करना है। इंडोनेशिया के इस फैसले से इस माह यानी अप्रैल की खुदरा महंगाई दर भी प्रभावित हो सकती है।
आपको बता दें कि भारत में खाद्य तेल की खपत 225 लाख टन की है और इसमें 80 लाख टन पाम आयल शामिल है। पाम आयल का इस्तेमाल खाने से लेकर साबुन, बिस्कुट, टूथपेस्ट, शैंपू जैसी एफएमसीजी वस्तुओं के उत्पादन में किया जाता है। भारत सालाना 80 लाख टन पाम आयल का आयात करता है जिसमें से 40 लाख टन का आयात इंडोनेशिया से करता है।
वहीं इंडोनेशिया के इस फैसले से भारत में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि बढ़ी हुई लागत के प्रबंधन के लिए एफएमसीजी कंपनियों को उत्पादों की कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं या फिर उनका मार्जिन प्रभावित होगा।