जम्मू-कश्मीर। राज्य में रीसी जिले के ग्रामीणों ने अपने अदम्य साहस और शौर्य का विलक्षण प्रदर्शन किया है, जो न केवल प्रशंसनीय है अपितु यह एक मिसाल भी है। इससे प्रेरणा लेने की जरूरत है। कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें साहसी ग्रामीणों ने एक नया अध्याय जोड़ दिया है।
इन ग्रामीणों का साहस और शौर्य सुरक्षा बलों से कमजोर नहीं है। कश्मीर के रीसी जिले में ग्रामीणों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को धर दबोचा। इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए गए हैं। दोनों आतंकी तुकसान गांव में छिपे हुए थे। इसी बीच ग्रामीणों ने जान की बाजी लगा कर उन्हें धर दबोचा और पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी।
ग्रामीणों की इस बहादुरी के लिए पुलिस महानिदेशक ने उन्हें दो लाख रुपए ईनाम देने की घोषणा की। जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने आपरेशन आल आउट चलाया है जिसके तहत अब तक सैकड़ों आतंकियों को मौत के घाट उतारा जा चुका है लेकिन पिछले दिनों लक्षित हत्या (टारगेट किलिंग) की बढ़ती घटनाओं से सुरक्षाबलों ने सतर्कता बढ़ा दी है।
कश्मीर के लोगों में भी आतंकियों के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है। जनता काफी सतर्क हो गई है जिसका ही परिणाम है कि ग्रामीणों ने दो कुख्यात आतंकियों को धर दबोचा। ग्रामीणों की सतर्कता और साहस से सुरक्षा बलों को भी काफी सहायता मिलेगी। इससे आतंकियों का नेटवर्क ध्वस्त हो जाएगा । साहसिक ग्रामीणों को अपना अभियान जारी रखना चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षाबलों के साथ समन्वय भी कायम करना चाहिए। ग्रामीणों की सक्रियता से आतंकियों में कड़ा सन्देश जाएगा।