योग। बदलते समय के साथ शरीर को फिट और वजन को नियंत्रित बनाये रखने की कवायद और भी बढ़ गई है। वजन बढ़ने के कारणों में अनियमित खान-पान और जीवनशैली तो शामिल है ही, हमारे जीवन में शामिल हुए विभिन्न गैजेट्स और मशीनों ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन मशीनों ने हमारे काम को तो कम किया है लेकिन हमारे शारीरिक श्रम को काफी घटा दिया है।
जिस शारीरिक श्रम की वजह से हम पहले मोटापे और जीवनशैली संबंधी बीमारियों से दूर थे, वे अब कम उम्र में ही हमें घेरने लगी हैं। शरीर पर चढ़ने वाले अतिरिक्त वजन को संतुलित रखना एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे स्वस्थ रहते हुए लम्बा जीवन जीने में मदद मिल सकती है। हमारे देश में प्राचीन विधाओं और पद्धतियों द्वारा स्वस्थ बने रहने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण तरीके सुझाए गए हैं और योग इसमें से एक है। इसी का आधुनिक और थोड़ा तेज रूप है पावर योगा। यह न केवल फिट बने रहने में मददगार हो सकता है बल्कि तेजी से वजन घटाने में भी सहायक होता है।
दुनियाभर में हो रहा है फेमस :-
सामान्यतः योग क्रियाओं को शरीर और मन दोनों की सेहत को बनाये रखने के लिए प्रयोग में लाया जाता रहा है। यही कारण है कि कठिन तपस्या करने वाले भी इसकी साधना करते हैं। योग शरीर की हर एक कोशिका तक फायदा पहुंचाता है। अब तक धारणा यही थी कि योग से फिटनेस तो पाई जा सकती है, वजन को नियंत्रित भी रखा जा सकता है लेकिन अगर वजन को तेजी से घटाना हो तो योग सही विकल्प नहीं होगा। अब पावर योगा ने इस धारणा को भी बदल दिया है। खासकर मलाइका अरोरा और जेनिफर एनिस्टन जैसी सेलिब्रिटीज द्वारा इसका उपयोग करने के बाद से पावर योगा और भी प्रचलित हो गया है।
फायदे से भरपूर तेज आसन:-
असल में प्राचीन योग क्रियाओं में जो आसन शामिल रहे हैं वे अधिकांशतः माइंड-बॉडी बैलेंस के लिए काम करते रहे हैं क्योंकि फिजिकल फिटनेस के लिए तो पहले के समय में लोगों के रोजमर्रा के काम ही काफी हो जाया करते थे। खेती करना, चक्की चलाना, कुएं, बावड़ी, नदी या तालाब से पानी लाना, कपड़े धोना, पोंछा लगाना, कई किलोमीटर पैदल चलना या साइकिंलिंग करना आदि जैसे काम आज से दो दशक पहले तक हमारे देश में आम थे। धीरे धीरे सुविधाओं के आते जाने से फिजिकल एक्टिविटीज कम होती चली गईं। इसलिए पहले की योग क्रियाओं के साथ कुछ ऐसे विकल्प भी चाहिए थे जो वजन को तेजी से घटाने में मदद कर सकते थे और इस तरह पावर योगा सामने आया।
पावर योगा में ऐसी एक्सरसाइज और क्रियाओं को जोड़ा गया है जो तेजी से बदलें और शरीर को ऊर्जा खर्च करने को प्रेरित करें। यही कारण है कि इसकी शुरुआत के कुछ देर में ही मांसपेशियां वार्म अप की स्थिति में आ जाती हैं और चर्बी तेजी से जलने लगती है। यही नहीं इन आसनों से मांसपेशियां बनाने और शरीर को अंदरूनी मजबूती देने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा यह स्टेमिना व लचीलापन बढ़ाने तथा स्ट्रेस घटाने में भी मदद करता है.
योग क्रियाएं हमेशा इस बात को ध्यान में रखती हैं कि व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक अवस्था क्या है। यही कारण है कि योग क्रियाओं के अभ्यास के दौरान किसी बीमारी या भिन्न स्थिति से गुजर रहे व्यक्ति को कुछ आसन करने से रोक दिया जाता है। जैसे गर्भावस्था या पेट की किसी सर्जरी या बीमारी के दौरान पेट पर दबाव डालने वाले आसन न करने की सलाह दी जाती है।
प्रशिक्षक बार बार यह लाइन भी दोहराते हैं कि किसी भी आसन को उस हद तक ही कीजिये जहां शरीर पर प्रेशर न पड़े। वर्तमान में देश-विदेश की कई सेलिब्रिटीज द्वारा पावर योगा को अपनाए जाने की खबरों को देख-सुनकर कई सामान्य लोग भी इसे अपनाते हैं और उनमें से अधिकांश इसे अपनी शारीरिक स्थिति को समझे-जाने बिना करने लगते हैं। यही चीज तकलीफ दे सकती है क्योंकि पावर योगा के विशेषज्ञ हर व्यक्ति के हिसाब से क्रियाओं या आसनों का सैट बनाते हैं और उसी हिसाब से अभ्यास करवाते हैं।