पीएम मोदी का राष्‍ट्र के नाम संबाेधन…

नई दिल्ली। इस साल 15 अगस्त का अवसर बहुत ही खास है। भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 9वें साल नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रध्वज फहराया है। देशभर में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ की धूम है और जनता के बीच भी 15 अगस्त को लेकर खासा उत्साह दिखाई दे रहा है।

लोगों ने अपने घरों पर भी तिरंगा लगाया है और सोशल मीडिया पर भी लाखों लोगों ने अपनी डीपी में तिरंगा लगाया है। सरकार ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चला रही है, जिसके तहत सभी भारतीयों को अपने घरों पर भी तिरंगा फहराया जाना है।

लगातार 9वीं बार फहराया तिरंगा:-

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर लगातार 9वीं बार तिरंगा फहराया। केवल पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (17), इंदिरा गांधी (16) और मनमोहन सिंह (10) ने ही पीएम मोदी से अधिक बार स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया है।

देश को किया संबोधित:-

पीएम मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कहा है, “डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद हों, नेहरू जी हों, सरदार वल्लभ भाई पटेल हों, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, लाल बहादुर शास्त्री, दीनदयाल उपाध्याय, अनगिनत ऐसे महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है।” उन्होंने कहा, “हम आदिवासी समाज का भी गौरव करना नहीं भूल सकते…जिन्होंने आज़ादी में योगदान दिया।”

पीएम मोदी ने दिया भाषण:-

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने राष्ट्र को 9वीं बार संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कुल एक घंटे 24 मिनट और 4 सेकेंड तक भाषण दिया। पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि, हमने देखा है कि कभी कभी हमारी प्रतिभा भाषा के बंधनों में बंध जाती है। ये गुलामी की मानसिकता का परिणाम है। हमें हमारे देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए। आज पीएम मोदी ने देश के विकास में अनुसंधान के महत्व को ध्यान में रखते हुए एक ऐतिहासिक नारा भी दिया।

जय जवान, किसान, विज्ञान के साथ अनुसंधान भी:-

पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को एक नया नारा दिया। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है। अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो।

आगामी 25 वर्षों के लिए पांच प्रण:-

पीएम मोदी ने देशवासियों को आने वाले 25 वर्षों के लिए पांच संकल्प दिए। उन्होंने कहा कि अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो पहला बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना। तीसरी प्रण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। चौथा प्रण है- एकता और एकजुटता, पांचवां प्रण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है।

हमारा संकल्प है विकसित भारत:-
पीएम मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में कहा कि हमारा सबसे बड़ा संकल्प है विकसित भारत और इससे कम कुछ नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 साल के भीतर विकसित भारत बनाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि यह नए संकल्प के साथ नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का दिन है।

नारी का सम्मान, भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर चर्चा:-
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में लोगों से अपील करते हुए कहा हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प लेते हैं। नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है, ये सामर्थ्य मैं देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आपका साथ चाहिए। आपसे भ्रष्टाचार से लड़ने की शक्ति चाहिए। पीएम ने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा, उन्हें लौटाना होगा। बैंक लूटनेवालों की संपत्ति जब्त हो रही है। पीएम ने कहा कि परिवारवाद से प्रतिभा को नुकसान होता है। हमें अपनी संस्थाओं की ताकत का एहसास करने के लिए, योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने के लिए ‘परिवारवाद’ के खिलाफ जागरूकता बढ़ानी होगी

स्वदेशी का मंत्र :-
पीएम मोदी ने कहा, हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर से बढ़ना है तो स्वदेशी का मंत्र जरूरी है। आज महर्षि अरविंद की जयंती है, उन्होंने स्वदेशी से स्वराज का नारा दिया था। उन्होंने कहा, आज लाल किले पर भारत में बनी तोज से ही सलामी दी गई है। 75 सालों से इस एक आवाज के लिए हमारे कान तरस रहे थे। उन्होंने कहा, आज हमारे पांच-पांच साल के बच्चे संकल्प ले रहे हैं कि विदेशी खिलौनों से नहीं खेलना है।

 

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