14 सितंबर को ही क्‍यों मनाया जाता है हिंदी दिवस?

लाइफ स्टाइल। हिंदी महज भारत ही नहीं दुनिया की प्रमुख भाषाओं में से एक है। हिंदी भाषा भारत की पहचान भी है और सम्मान भी। हिंदी, भारत और दुनिया के अन्य देशों में बसे भारतीयों को एक दूसरे से जोड़ने का काम करती है। वैसे तो हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन भारत में हिंदी दिवस के लिए एक खास दिन तय है।

भारत में 22 भाषाएं और उनकी 72507 लिपि हैं। एक ही देश में इतनी सारी भाषाओं और विविधताओं के बीच हिंदी एक ऐसी भाषा है, जो हिंदुस्तान को जोड़ती है। देश के हर राज्य में बसे जनमानस को हिंदी के महत्व के बारे में समझाने और इसके प्रसार प्रचार के लिए भारत हिंदी दिवस मनाता है। जो लोग हिंदी नहीं बोलते इस दिन वह भी हिंदी को याद कर लेते हैं।

कब मनाया जाता है हिंदी दिवस ?
विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है, जो वैश्विक स्तर का दिवस है। जबकि भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाता है।

कब हुई हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत ?
भारत में हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत देश की आजादी के बाद हुई। 1946 को 14 सितंबर के दिन संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। फिर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया। आधिकारिक तौर पर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।

क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस ?
भारत में अंग्रेजी के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के उद्देश्य से हिंदी दिवस को मनाने की शुरुआत हुई। महात्मा गांधी ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है लेकिन इसे भारत की राजभाषा जरूर माना गया है। हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी का उपयोग होता है।

कैसे मनाया जाता है हिंदी दिवस ?
हिंदी दिवस के दिन लोगों को हिंदी के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के समारोह और सेमिनार का आयोजन किया जाता है। स्कूलों में प्रतियोगी कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इसके अलावा हिंदी से जुड़े लोगों को पुरस्कृत किया जाता है। हिंदी पुरस्कार राष्ट्रभाषा कीर्ति पुरस्कार और राष्ट्रभाषा गौरव पुरस्कार का वितरण किया जाता है।

 

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