नवरात्रि में लगाएं ये पौधे, प्राप्त होगी मां दुर्गा की कृपा…

आस्‍था। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। ये पावन पर्व 05 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में नवरात्रि के ये नौ दिन बहुत ही पवित्र माने गए हैं। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। ये पर्व देश भर में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी के भक्त व्रत रखते हैं और विधि पूर्वक पूजा करते हैं।

इसके अलावा नवरात्रि के ये दिन शुभ कार्यों के लिए भी बेहद पवित्र माने जाते हैं। इस दिनों कई शुभ कार्य किए जाते हैं। इसके अलावा नवरात्रि के पावन दिनों में कुछ पौधों को घर में लगाना शुभ माना जाता है। इससे मां दुर्गा की कृपा तो प्राप्त होती ही है। भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तो चलिए जानते हैं नवरात्रि में किन पौधों को लगाना भाग्यशाली होता है-

शंखपुष्पी का पौधा:-
शंखपुष्पी के पौधे को भी बेहद शुभ माना जाता है। इस पौधे को नवरात्रि के दिनों में लगाने से घर में संपन्नता आती है। यदि आप भी इस पौधे को नवरात्रि के 9 दिनों में से किसी एक दिन लगाते हैं, तो मां दुर्गा प्रसन्न होकर आपके घर में वास करेंगी। साथ ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

केले का पौधा:-

माना जाता है कि केले के पौधे में भगवान विष्णु का वास होता है और भगवान विष्णु के प्रसन्न होने से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। यदि आप इसे नवरात्रि के दिनों में घर में लगाते हैं, तो इससे श्री हरि विष्णु आपके घर में वास करेंगे। साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।

हरश्रृंगार का पौधा :-

नवरात्रि में हरऋंगार का पौधा लगाना शुभ माना गया है। यदि आप हरऋंगार का पौधा लगाने जा रहे हैं तो सबसे पहले स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद ही हरऋंगार का पौधा लगाएं। कहा जाता है कि इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

तुलसी का पौधा:-
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में इसे नवरात्रि में लगाना और भी शुभ फलदायी होता है। नवरात्रि में तुलसी का पौधा लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। घर में सुख-समृद्धि आती है और पैसों से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *