रिलेशनशिप। रिश्तों में कभी-कभी हमें यह महसूस होता है कि हम शायद एक-दूसरे के उतने करीब नहीं जितना हमें होना चाहिए। ऐसे में रिश्तों में हमारी ज़रूरतों और चाहतों को एक-दूसरे से शेयर करना बहुत अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। यह हमारे मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। ऐसा करने से दूसरे व्यक्ति को हमसे यथार्थवादी उम्मीदें होती है और वह बेहतर तरीके से भावनात्मक जुड़ाव महसूस कर पाता है। किसी रिश्ते में भावनात्मक ज़रूरतों को इस तरह करें व्यक्त-
जानकारी दें:-
जब हम किसी रिश्ते में लड़ाई के फेज से गुजरते हैं तो पार्टनर को इसके बारे में जानकारी देना ज़रूरी है कि आप किस हालात से गुजर रहे हैं या आपकी भावनाओं को ये किस तरह आहत कर रहा है।
एक्सप्रेस करें:-
जब हम अपने ट्रिगर्स प्वाइंट्स को जान जाते हैं तो इसकी जानकारी अपने पार्टनर को पहले ही दे देनी चाहिए। ऐसा करने से पार्टनर को भी आपको बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।
आश्वासन ज़रूरी:-
रिलेशनशिप में कितना भी झगड़ा या मतभेद हो, हमें इस आश्वासन की आवश्यकता हमेशा होती है कि हम अभी भी रिश्ते में साथ हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने पार्टनर को साथ होने की बात बोलना ना भूलें। ऐसा करने से हम अति-विचार के जाल में फंसने से बचे रहते हैं।
शौक की चीजें ज़रूर करें:-
यह बहुत जरूरी है कि हम हर वक्त खुद के शौक को नेगलेक्ट ना करें और जो हम पसंद करते हैं उसे करने के लिए खुद के लिए समय निकालें। सेल्फ लव के इस तरीके का प्रभाव आपके रिश्ते को भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
समय दें:-
रिलेशनशिप को समय देना बहुत अधिक ज़रूरी होता है। इसके अभाव में रिश्ते में नीरसता और शक पैदा होने लगता है। ऐसे में आप अपने रिश्तें के लिए समय जरूर निकालें। इसके अलावा फिजिकल टच और कॉम्युनिकेशन भी बहुत ज़रूरी है।