स्वास्थ्य। वायु प्रदूषण की वजह से फिजिकल हेल्थ ही नहीं, बल्कि मेंटल हेल्थ भी बुरी तरह प्रभावित होती है। अधिकतर लोगों को यह पता भी नहीं होता कि कैसे पॉल्यूशन उनके दिमाग को खोखला कर सकता है। एयर पॉल्यूशन और मेंटल हेल्थ का सीधा कनेक्शन होता है। पॉल्यूशन की वजह से लोगों की मेमोरी कमजोर हो सकती है। पॉल्यूशन से डिप्रेशन का खतरा बढ़ता है और मेंटल प्रॉब्लम ट्रिगर हो सकती हैं। लेकिन अधिकतर लोग इन परेशानियों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे खतरा और बढ़ जाता है।
ब्रिटेन में की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई थी कि एयर पॉल्यूशन का सीधा कनेक्शन मेंटल हेल्थ के साथ होता है। पॉल्यूशन की वजह से मेंटल इलनेस काफी सीरियस हो सकती है। यह स्टडी 2021 में यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के शोधकर्ताओं ने की थी। इस स्टडी में 13 हजार लोगों को शामिल किया गया था। स्टडी के दौरान देखा गया कि प्रदूषित हवा में मौजूद नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड के संपर्क में आने पर मेंटल प्रॉब्लम से जूझ रहे करीब 32 फीसदी लोगों को ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ी, जबकि 18% लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराना पड़ा। पॉल्यूशन से मेंटल प्रॉब्लम ट्रिगर हो सकती हैं।
एंजाइटी और डिप्रेशन होता है ट्रिगर:-
शोध में यह भी बताया कि एयर पॉल्यूशन बढ़ने से डिप्रेशन और एंजाइटी के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इसकी वजह से कई लोग सुसाइड तक कर लेते हैं। प्रदूषित जगहों पर रहने वाले लोगों में मेंटल डिसऑर्डर होने का खतरा ज्यादा होता है। यहां तक कि डिमेंशिया जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी वायु प्रदूषण बन सकता है। साल 2019 के एक ग्लोबल रिव्यू में सामने आया था कि एयर पॉल्यूशन हमारे शरीर के हर अंग को बुरी तरह डैमेज कर सकता है।
याददाश्त भी हो सकती है कमजोर:-
अब तक कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि एयर पॉल्यूशन की वजह से लोगों की मेमोरी कमजोर हो सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और ज्यादा उम्र के लोगों पर होता है। इतना ही नहीं पॉल्यूशन की वजह से डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ता है। जहरीली हवा न सिर्फ आपके फेफड़ों और हार्ट, बल्कि ब्रेन के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है।