बॉलीवुड। एक्टर आयुष्मान खुराना अपने शानदार अभिनय और पाथ ब्रेकिंग फिल्मों के कारण जाने जाते हैं। हाल ही में, अभिनेता को मिले एक सम्मान के बाद उनकी उपलब्धि में चार चांद लग गए हैं। बता दें कि आयुष्मान खुराना को गोवा में चल रहे 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हिंदी सिनेमा का परंपरा तोड़ने वाला और ‘गेम चेंजर’ अभिनेता होने का सम्मान दिया गया। अवॉर्ड मिलने के बाद आयुष्मान बेहद उत्साहित नजर आए। इस मौके पर उन्होंने सभागार में मौजूद सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर आयुष्मान खुराना ने कहा, “यह अवॉर्ड मेरे लिए बहुत मायने रखता है, इस अवॉर्ड के लिए मैं उन सभी लोगों का आभार व्यक्त करता हूं, जो मेरी इस जर्नी में मेरे साथ रहे”। आयुष्मान ने आगे कहा कि ‘मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझे इस लायक समझा। यह अवॉर्ड एक मान्यता है, स्वीकृति है। हम सब अपने जीवन में अपने काम के लिए स्वीकृति चाहते हैं।
अपने फिल्मी सफर के बारे में बात करते हुए आयुष्मान ने कहा कि मैंने इस इंडस्ट्री में एक दशक का सफर पूरा कर लिया है। मैंने अपनी फिल्मों के माध्यम से सामाजिक, सांस्कृतिक विषयों को उठाने की कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा। मुझे आज यह अवॉर्ड प्राप्त कर बहुत अच्छा लग रहा है। अंत में, मेजबान के रूप में, समीर कोचर के आग्रह पर आयुष्मान ने अपनी पहली फिल्म ‘विक्की डोनर’ से ‘पानी दा रंग’ की दो पंक्तियां गाईं। जिसके बाद सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
बता दें कि फिल्मी सितारों से सजा 53 वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव गोवा में संपन्न हो गया है। 20 नवम्बर से शुरू इस फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और अभिनेत्री तथा स्पेशल जूरी अवॉर्ड समेत कई पुरस्कार दिए गए। फिल्म महोत्सव में भारत की 25 फीचर फिल्मों और 20 गैर-फीचर फिल्मों को ‘इंडियन पैनोरमा’ में दिखाया गया, वहीं 183 फिल्में अंतरराष्ट्रीय प्रोग्रामिंग का हिस्सा रहीं।