पूरे दिन एनर्जेटिक रहने के लिए करें ये योगासन

योग। योग के नियमित अभ्यास की आदत न सिर्फ आपको कई प्रकार की बीमारियों के जोखिमों से बचाने में मददगार होती है, बल्कि यह शरीर को रिफ्रेश करके काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्राप्त करने में भी सहायक है। अध्ययन में पाया गया कि रोजाना योग करने वाले लोग मानसिक रूप से स्वस्थ और बेहतर कार्यक्षमता विकसित कर लेते हैं, जिससे आपकी कार्यकुशलता में लाभ मिलता है। यही कारण है कि योगासन, संपूर्ण स्वास्थ्य और विकास में आपके लिए मददगार है। योग के साथ अच्छी बात यह भी है कि कुछ आसन आप बेहद कम समय में और आराम से घर पर भी कर सकते हैं।

यदि आप रोजाना के काम के कारण व्यायाम के लिए नहीं जा पाते हैं तो भी योगासनों को दिनचर्या का हिस्सा बनाकर विशेष लाभ पा सकते हैं। 15 मिनट से भी कम समय के कुछ आसन आपके संपूर्ण शरीर की स्ट्रेचिंग के साथ रक्त संचार में सुधार करने और मूड को ठीक करने में विशेष मददगार हो सकते हैं। सभी आयु के लोगों को नियमित योगासनों की आदत बनानी चाहिए, यह आपको ऊर्जावान रखने और कमजोरी-थकान जैसी दिक्कतों को दूर करने में भी फायदेमंद है। तो आइए जानते हैं कि कम समय में किन आसनों को करके लाभ पा स‍कते है?

कपालभाति प्राणायाम योग :-
प्राणायाम आसन तंत्रिकाओं को स्वस्थ रखने और मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने में बेहद लाभकारी अभ्यास है। कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास की आदत बनाकर नसों को सक्रिय करने, अपनी मानसिक शक्ति पर नियंत्रण प्राप्त करने, बालों का विकास और कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है। यह आपको ऊर्जावान बनाए रखने वाला अभ्यास है।

सेतुबंधासन योग :-
सेतुबंधासन करते समय गर्दन, कूल्हे और पीठ की मांसपेशियों के साथ जांघों के पिछले हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। इस प्रकार, यह इन मांसपेशियों को मजबूत करने और तनाव को कम करते हुए थकान से राहत दिलाने में इस योग के अभ्यास से लाभ पाया जा सकता है। इस योग के माध्यम से भी मस्तिष्क में रक्त का संचार बढ़ता है और शरीर की सक्रियता बढ़ती है। थकान के दूर करने के लिए इस योगासन का नियमित अभ्यास प्रभावी हो सकता है।

अधोमुख शवासन योग :-  
अधोमुख शवासन योग का अभ्यास मानसिक और शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने, सतर्कता और उत्साह में वृद्धि करके, नकारात्मक भावनाओं को कम करने में आपके लिए लाभकारी अभ्यास है। अधोमुख शवासन में आपको सामने की तरफ झुकने की आवश्यकता होती है जिससे मस्तिष्क में परिसंचरण बढ़ाता है और थकान दूर होती है। शरीर की बेहतर स्ट्रेचिंग के साथ पीठ दर्द को कम करने में इस योग के अभ्यास से लाभ पाया जा सकता है।

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