लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशहित में संचालित विकास परियोजनाओं की पड़ताल की जारी शृंखला में गुरुवार को चित्रकूटधाम मंडल की समीक्षा की। विशेष बैठक में सीएम योगी ने एक-एक कर जनपद बांदा, महोबा, हमीरपुर और चित्रकूट जिलों से आए सांसद व विधायक गण से उनके क्षेत्र की विकास योजनाओं की जानकारी ली और आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने नवीन विकास कार्यों के बारे क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं से भी अवगत कराया और इस संबंध में अपने प्रस्ताव भी दिए। सीएम योगी ने सांसद और विधायक गणों के इन प्रस्तावों पर तत्काल कार्यवाही के लिए सीएम कार्यालय को निर्देशित भी किया।
इस अवसर पर सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों से आगामी 10-12 फरवरी को आयोजित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की चर्चा की। सीएम योगी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने स्वयं के लिए $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है। इस संकल्प की पूर्ति के लिए पूरा उत्तर प्रदेश एकजुट होकर प्रयास कर रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है। 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। विदेश में रोड शो की सफलता के बाद अब देश के प्रमुख महानगरों में उद्योग जगत को आमंत्रित करने रोड शो का आयोजन हो रहा है। GIS-2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि चित्रकूट, जहां भगवान राम ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय व्यतीत किया था, आज चहुँमुखी विकास की नई कहानी कह रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आज यहां बेहतरीन रोड कनेक्टिविटी है। एयरपोर्ट का विकास हो रहा है। डिफेंस कॉरीडोर का एक महत्वपूर्ण नोड चित्रकूट में ही है। यहां के हर घर में नल से शुद्ध पेयजल सुलभ हो रहा है। इन प्रयासों से आज पूरे चित्रकूट धाम मंडल में सकारात्मकता का संचार हुआ है। आम जन की सुविधा के दृष्टिगत ईज ऑफ लिविंग के सभी मानकों पर चित्रकूट में कार्य किया गया है।
सीएम योगी ने कहा कि जनपदीय निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करें। सांसद के नेतृत्व में विधायक गण कमान संभालें। जिला प्रशासन, औद्योगिक अवस्थापना विभाग, इन्वेस्ट यूपी और सीएम कार्यालय से सहयोग लें। अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं। उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें। अपने क्षेत्र के पोटेंशयिल का परिचय दें और निवेश के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने आगे कहा कि विदेशी और घरेलू निवेशक रोड शो से प्रेरणा लेते हुए अनेक जनपदों ने जिला स्तर पर निवेशक सम्मेलन आयोजित किए और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए। ऐसे ही प्रयास चित्रकूट मंडल में भी किये जाने चाहिए। राज्य सरकार द्वारा सभी तहसील मुख्यालयों पर चरणबद्ध रूप से फायर स्टेशन स्थापित कराए जा रहे हैं। चित्रकूट के हर तहसील में अग्निशमन केंद्र होंगे। यहां प्रशिक्षित कर्मी तैनात होंगे।
विगत साढ़े पांच-छह वर्षों में योजनाबद्ध प्रयासों से उत्तर प्रदेश में खनन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आई है। आमजन हों या पट्टाधारक अथवा ट्रांसपोर्टर, सभी की सुविधा का ध्यान रखते हुए अनेक अभिनव प्रयास किए गए हैं। खनन कार्य से जुड़े सभी हितधारकों के लिए पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है। व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने में सांसद-विधायक गण भी सहयोग करें। कहीं भी अवैध खनन अथवा ओवरलोडिंग की गतिविधि न हो। वर्षों से लंबित अर्जुन सहायक परियोजना के पूरा होने से हमीरपुर, महोबा और बांदा के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध हो रहा है। यह परियोजना बुंदेलखंड के लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाली है।