नई दिल्ली। पीएम मोदी और मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी के बीच अहम बैठक हुई। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है। दोनों देश मिलकर आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को सचेत करेंगे। साथ ही रक्षा उद्योग को मजबूत करने और खूफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान का भी फैसला लिया गया है। कट्टरपंथ को बढ़ाने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। दोनों देश इससे निपटने के लिए भी साथ मिलकर काम करेंगे। यूक्रेन संकट के कारण प्रभावित फूड सप्लाई को फिर से सामान्य करने पर भी चर्चा की।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मिस्त्र पुराने सहयोगी हैं। इससे पहले मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी आगवानी की। इसके बाद राष्ट्रपति भवन में मिस्त्र के राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और पूरे राजकीय सम्मान से उनका स्वागत किया गया। मिस्त्र के राष्ट्रपति इस बार के गणतंत्र दिवस में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। पीएम मोदी के साथ बैठक से पहले मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी राजघाट भी गए और वहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि भारत और मिस्त्र के बीच कोरोना महामारी के बाद कारोबार में तेजी आई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान भारत और मिस्त्र के बीच व्यापार 7.26 अरब डॉलर रहा और बीते सालों के मुकाबले इसमें जबर्दस्त उछाल आया है। वित्तीय वर्ष 2026-27 तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार को 12 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। मिस्त्र स्वेज नहर का भी विस्तार कर रहा है और भारत भी इसमें निवेश की संभावनाएं तलाश रहा है। आज मिस्त्र के राष्ट्रपति की भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी बैठक होगी।