रोज 8 बार पार्टनर को लगाएं गले, रिश्‍ते होंगे मजबूत, सेहत भी रहेगी अच्छी

लाइफ स्टाइल। आज कपल्‍स हग डे सेलिब्रेट कर रहे हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि गले लगाने के भी कई सेहत लाभ होते हैं? जब हम किसी को गले लगाते हैं तो एक सुकून मिलता है। शोधों में भी ये साबित हो चुका है कि अगर हम दिन में 8 बार किसी अपने को गले लगाएं तो रिश्‍ते तो मजबूत बनते ही हैं, हमारी सेहत भी अच्‍छी रहती है। जब आप अपने किसी खास को 20 सेकेंड या उससे ज्‍यादा देर तक गले लगाते हैं तो इससे गुड हार्मोन ऑक्‍सीटोसिन रिलीज होता है, जो हमारी इम्‍यूनिटी को बढ़ाने व स्‍ट्रेस को दूर करने का काम करता है। आइए जानते हैं गले लगाने के फायदे-

  • शोधों में पाया गया है कि जब लोग 20 सेकंड या उससे अधिक समय तक गले मिलते हैं, तो फील-गुड हार्मोन ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, जो गले लगाने वालों के बीच एक मजबूत बंधन और संबंध बनाता है। ऑक्सीटोसिन को इम्‍यूनिटी बढ़ाने और तनाव को कम करने के लिए भी फायदेमंद पाया गया है।
  • गले लगाने से ऑक्सीटोसिन हार्मोन सक्रिय होता है, जो हमें अंदर से गर्माहट और खुशी महसूस कराता है। नॉर्थ कैरोलिना विश्वविद्यालय में एक शोध किया गया, जिसमें पाया गया कि जो कपल्‍स एक-दूसरे को अधिक गले लगाते हैं, उनका हार्ट रेट अच्‍छा रहता है और वे अधिक हेल्‍दी रहते हैं। यह ब्‍लड प्रेशर को भी अच्‍छा रखता है, इसलिए केवल हग डे ही नहीं, रोज अपने पार्टनर का गले लगाएं।
  • गले लगाने से तनाव भी तेजी से कम होता है। अगर आप थोड़ा थका हुआ या दबाव महसूस कर रहे हैं, तो किसी अपने के पास जाएं और उसे अच्‍छे से गले लगाएं। शोध में पाया गया है कि गले लगाने से हमारे शरीर में कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) की मात्रा कम हो जाती है, जिससे तनाव गायब हो जाता है और हम मेंटली रिलीफ महसूस करने लगते हैं।
  • जब आप किसी अपने को गले लगाते हैं तो किसी तरह की इंजरी भी तेजी से रिकवर हो सकती है। यहां तक की मसल्‍स पेन आदि में भी काफी तेजी से सुधार हो सकता है। यह आपके दिमाग को मजबूती देता है, मन को शांत करता है और दर्द सहने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
  • मानवीय स्‍पर्श और मौत के डर के बीच के संबंध पर एक शोध किया गया, जिसमें पाया गया है कि ह्यूमन टच मौत के डर का कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। यह टच निर्जीव चीज को हल्‍के से छूने या गले लगाने में भी असरदार होता है। ऐसे में गले लगाना हर तरह से हमें सेफ महसूस कराता है और हम अकेलेपन से बचा हुआ महसूस करते हैं।

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