सूक्ष्मयाम का नियमित अभ्यास तनाव को करता है दूर

योग। सूक्ष्‍मयाम का अभ्‍यास आप दिन में दो बार भी कर सकते हैं। इसके नियमित अभ्‍यास से शरीर की स्टिफनेस दूर होगी और तनाव भी दूर होता है। सूक्ष्‍मयाम यानी चालन क्रियाएं आपके शरीर में लचीलापन लाने का काम करती हैं। यदि आप नियमित रूप से सूक्ष्‍मयाम का अभ्‍यास करें तो आप 1 घंटे तक का अभ्‍यास आसानी से पूरा कर सकते हैं। यही नहीं, इन अभ्‍यासों को करने के बाद आपके शरीर में हल्‍कापन भी महसूस होगा। अभ्‍यास के समय कुछ नियमों को ध्‍यान में रखना आवश्‍यक है। आप अभ्‍यास के दौरान अपनी आती जाती श्‍वासों का ध्‍यान रखें, नियमित रूप से अपनी क्षमता के मुताबिक ही इसका अभ्‍यास करें। तो चलिए जानते है इसके बारें में।

इस तरह बैठें :-
सबसे पहले आप मैट पर दोनों पैरों को मोड़कर पद्मासन, अर्ध पद्मासन या किसी भी मुद्रा में बैठें, जिसमें आप कंफर्टेबल हों। अब ध्‍यान की मुद्रा बनाएं और गहरी सांस लें और निकालें। अपनी आती जाती श्‍वांस पर ध्‍यान दें। ओम शब्‍द का उच्‍चारण करें। आप चाहे तो प्रार्थना भी कर सकते हैं।

स्‍ट्रेचिंग करें :-
मैट पर खड़े हो जाएं और शरीर को सीधा रखते हुए दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक कर ऊपर उठाते हुए बॉडी को स्‍ट्रेच करें। 20 तक की गिनती करें और धीरे से हाथों को नीचे लाएं और शरीर को ढीला छोड़ दें। इसके बाद मैट पर पैरों को आगे की तरफ सीधा करते हुए स्‍ट्रेचिंग करें और पंजों को आगे पीछे करें।

तितली आसन :-
मैट पर बैठ जाएं, कमर सीधी रखें, दोनों पंजों को एक दूसरे से मिलाएं और पंजों को हाथों से पकड़कर रखें। अब घुटनों को एक बार नीचे जमीन की तरफ स्‍ट्रेच करें और फिर उठाएं। अब तितली की तरह इसे जल्‍दी जल्‍दी ऊपर उठाएं और नीचे करे। ऐसा आप 20 की गिनती तक कर सकते हैं। फिर आंखों को बंद कर आराम करें।

चक्‍की चालन :-
मैट पर पैरों को आगे की तरफ फैलाकर बैठें। अब दोनों हाथों को अच्‍छी तरह पकड़ें और हाथों को पंजों तक लाते हुए इन्‍हेल करें। अब सांसों को छोड़ते हुए वापिस पीछे की तरफ आ जाएं। इसे वैसे ही करना है जैसे आप चक्‍की चला रहे हों। हाथों को सीधा रखें और कमर को भी सीधा रखें। ऐसा आप 10 बार करें। अब आप अपने पैरों को सामने से खोलकर यह अभ्‍यास करें।

ट्विस्टिंग :-
आप मैट पर पैरों को मोड़कर अर्धपद्मासन में कमर सीधा रखते हुए बैठ जाएं और जितना पीछे की ओर जितना मुड़ सकते हैं, मुड़ जाएं। इस दौरान आपकी नजर पीछे जाएगी और एक हाथ कमर के पीछे जबकि दूसरा हाथ दूसरे घुटने पर रहेगा। ऐसा आप एक बार बाईं ओर से फिर दाहिनी ओर से करें। ऐसा आप 10 बार करें।

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