नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी है। दरअसल, देश की इकोनॉमिक ग्रोथ में अहम किरदार निभाने वाली 8 कोर इंडस्ट्रीज की वृद्धि दर इस वर्ष फरवरी में 6 प्रतिशत रही। क्रूड ऑयल को छोड़कर बाकी अन्य 7 सेक्टर्स के उत्पादन में फरवरी में सकारात्मक ग्रोथ देखने को मिली है । सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पहले जनवरी में इन 8 प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स की ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रही थी, जो पिछले 4 महीनों का उच्च स्तर था। जबकि बीते वर्ष फरवरी में 8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ 5.9 प्रतिशत देखी गयी थी।
जनवरी में हुई वृद्धि
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 8 कोर इंडस्ट्रीज के उत्पादन में इस वर्ष जनवरी में 8.9 प्रतिशत की ग्रोथ हुई थी। कच्चे तेल को छोड़कर बाकी अन्य सभी में उत्पादन बढ़ा है। कच्चे तेल का उत्पादन फरवरी में 4.9 प्रतिशत की कमी हुई है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों यानी अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान आठों कोर सेक्टर्स के इंडेक्स में पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले कुल 7.8% की ग्रोथ देखी गई। जबकि यह पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि में 11.1 प्रतिशत था।
ये हैं देश की 8 कोर इंडस्ट्री
देश की 8 कोर इंडस्ट्री में कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, स्टील, सीमेंट, कच्चा तेल, उर्वरक और बिजली सेक्टर शामिल हैं। आपको बता दें कि कोर सेक्टर वो सेक्टर होते हैं जो देश के अन्य उद्योगों को चलाने के लिए कच्चा माल या जरूरी संसाधन उपलब्ध कराते हैं।
IIP के आंकड़े भी बेहतर रहने के अनुमान
कोर सेक्टर्स में ग्रोथ से इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े भी बेहतर रहने के अनुमान लगाया जा रहा हैं। आईआईपी में इन 8 प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों का कुल वेटेज लगभग 40.27 प्रतिशत है।