नई दिल्ली। कांग्रेस नेता आर केशवन ने वीके सिंह, अनिल बलूनी और प्रेम शुक्ला की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। आर केशवन कांग्रेस के पूर्व नेता और देश के पहले भारतीय गवर्नर-जनरल सी राजगोपालाचारी के परपोते है। सीआर केसवन बीजेपी में शनिवार को शामिल हो गए। । इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘उसी दिशा में काम करूंगा कि भारत 2047 तक विश्वगुरू बन जाए। मेरा वही योगदान रहेगा, जो रामसेतु बनने में गिलहरी ने दिया था।’
उन्होंने यह भी कहा कि ‘मैं आपको दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी-बीजेपी में शामिल करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, खासकर उस दिन जब हमारे पीएम तमिलनाडु में हैं।’ सीआर केसवन ने बताया कि ‘पीएम मोदी की जन-केंद्रित नीतियां, भ्रष्टाचार-मुक्त शासन और सुधार-आधारित समावेशी विकास एजेंडा ने भारत को एक नाजुक अर्थव्यवस्था से दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बदल दिया है।’
केशवन ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। सीआर केशवन ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना त्यागपत्र भेजा था। बीते गुरुवार को अपने दिए गए इस्तीफे में सीआर केशवन ने लिखा कि वह पार्टी के लिए बीते दो दशकों से काम कर रहे हैं। लेकिन अब उन मूल्यों में कमी आई है, जो उन्हें पार्टी के प्रति काम करने के लिए प्रेरित करते थे।
केशवन ने लिखा कि पार्टी जो मौजूदा वक्त में दिख रही है, उसके साथ वह सहज महसूस नहीं कर रहे हैं। केशवन ने लिखा कि इसी वजह से उन्होंने हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले पार्टी के लिए कार्यक्रम की जिम्मेदारी नहीं उठाई और ना ही वह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। केशवन ने लिखा कि अब वक्त आ गया है कि वह नए रास्ते पर आगे बढ़ें और इसलिए वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। केशवन ने तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी चैरिटेबल ट्रस्ट को भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है।