पैरेंटिंग। भागदौड़ भरी जिन्दगी में कई ऐसे पैरेंट्स हैं, जो फ्रस्टेशन और अलग-अलग इमोशन से रोजाना जूझ रहे हैं। ऐसे हालात में खुद को शांत रखना और फिर घर आकर बच्चों की समस्याओं को सुनना, देखना व उन्हें डील करना आसान काम नहीं होता है। ऐसे हालात में अगर कुछ टिप्स को फॉलो किया जाए तो ये आपके पैरेंटिंग के काम को आसान बना सकता है। तो चलिए कुछ ऐसे टिप्स के बारे में जानते है जिसकी मदद से आप शांत तरीके से बच्चों की परवरिश कर सकते हैं। आप एक अच्छा कूल पैरेंट बन सकते है।
खुद के एंगर को करें नोटिस –
अगर आप अपने अंदर पनप रहे नकारात्मक भावनाओं को पहले ही नोटिस कर लें और यह समझ लें कि आपको गुस्सा आ रहा है या आप फ्रस्टेट हो रहे हैं तो आपका काम आसान हो सकता है। मसलन, यदि आप यह सोच रहे हैं कि मेरा बच्चा जानबूझ कर ऐसा कर रहा है, मेरी वजह से ही ये ऐसी हरकत करने लगा है, ये इमरजेंसी हालात है, इसे मुझे ठीक करना ही पड़ेगा आदि।
ट्रिगर हो तो ब्रेक लें-
अगर आपको लगे कि बच्चे की किसी हरकत की वजह से आप उत्तेजित होने वाले हैं तो तुरंत ब्रेक लें और इधर उधर हो जाएं। भले ही आपका ब्रेन आपको यह कंन्विंस करे कि आपको अभी ही एक्शन लेना होगा, फिर भी आप ब्रेक लें।
प्यार की भाषा का करें प्रयोग –
खुद को शांत करने के लिए अगर आप कुछ अच्छी प्यारी बातें दिमाग में लाएंगे तो आप खुद में शांत महसूस कर सकेंगे। मसलन, परवरिश में ऐसी बातें नॉर्मल हैं, हमारे बीच का रिलेशनशिप मेरी पहली प्रायोरिटी है आदि।