वॉशिंगटन। अमेरिका ने मिनटमैन-3 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह परिक्षण कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस पर एयर फोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड एयरमैन और नेवी एयरक्रू की एक संयुक्त टीम द्वारा किया गया है। यह परिक्षण 19 अप्रैल की सुबह 5.11 मिनट पर किया गया। अमेरिकी वायु सेना ने अपनी शंकाओं को दूर करते हुए बताया कि ‘इस तरह के परीक्षण पहले भी 300 से अधिक बार हो चुके हैं, इसका वर्तमान विश्व की घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है।’ एयरफोर्स ने यह साफ किया कि यह लॉन्च नियमित गतिविधियों का हिस्सा है। इसका उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि 21वीं सदी के खतरों को रोकने के लिए अमेरिका का न्यूक्लियर डेटरेंट सुरक्षित, विश्वसनीय और प्रभावी रहे।
एयरफोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड की रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि मिसाइल के परीक्षण के बाद कमांडर जनरल थॉमस ए. बुसिएरे ने कहा कि ‘हमारी वायु सेना में सामरिक प्रतिरोध सबसे महत्वपूर्ण मिशन है और यही अमेरिका की रक्षा की आधारशिला है। हमारे आदेश की नींव और हमारे मिशन को अंजाम देने की हमारी क्षमता स्ट्राइकर एयरमैन के कारण है, और मुझे उनकी क्षमताओं पर पूर्ण और अटूट विश्वास है।’ तथा उन्होंने आगे यह भी कहा कि ‘हम वैश्विक हमले करने के लिए कभी भी और कहीं भी अपने परमाणु बलों के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका की रक्षा के लिए तैयार हैं।’
मिनटमैन-3 की खासियत
मिनटमैन-3, अमेरिकी वायु सेना के साथ 50 वर्षों से सेवा में है। इसे पहली बार 1970 में तैनात किया गया था। इसकी स्पीड 24000 किलोमीटर प्रति घंटे की बताई जाती है। इसकी ऑपरेशन रेंज 10 हजार किलोमीटर बताई गई है। मिनटमैन-3 का पूरा नाम LGM-30G Minuteman-III है। LGM में L का अर्थ साइलो लॉन्च मिसाइल से है, क्योंकि यह जमीन में बने अंडरग्राउंड साइलो में रखी जाती है। G का अर्थ ग्राउंड अटैक और M का अर्थ गाइडेड मिसाइल है। यह वारहेड से लैस मिसाइल है जो युद्ध के समय परमाणु बम ले जाने में सक्षम है। मिनटमैन-3 अमेरिका के परमाणु शस्त्रागार में जमीन से चलने वाली एकमात्र अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। यह दुनिया में कहीं भी अपने टारगेट को भेदने की क्षमता रखती है।