पुंछ। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले के बाद सांगियोटे गांव के निवासियों ने ईद नहीं मनाने का फैसला किया है। इसी गांव के पास सेना के ट्रक पर आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे। वहीं एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हमले के बाद एक नई जानकारी यह सामने आई है कि सेना का ट्रक पुंछ के एक गांव में होने वाली इफ्तार पार्टी के लिए फल और सामान ले जा रहा था। तभी उसपर आतंकियों ने हमला कर दिया था।
स्थानीय लोगों के मुताबिक शाम 7 बजे होने वाले कार्यक्रम के लिए 4,000 की आबादी वाले गांव के कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया था और राष्ट्रीय राइफल्स की यूनिट द्वारा व्यवस्था की जा रही थी। पुंछ-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार दोपहर तीन बजे के करीब सेना की 49 राष्ट्रीय राइफल का एक सैन्य वाहन रसद लेकर भिंबर गली से गांव संगयोट स्थित सैन्य मुख्यालय की तरफ जा रहा था। इस दौरान भाटादूड़ियां और तोता गली के बीच अचानक आतंकियों ने घने कोहरे व बारिश के बीच इस वाहन पर हमला कर दिया।
पहले उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं फिर ग्रेनेड से हमला किया। ग्रेनेड हमले से वाहन में लगी भयंकर आग की चपेट में आने से पांच जवान शहीद हो गए। बारिश और कम दृश्यता के चलते उन्हें हमले के बाद आसानी से भाग निकलने का मौका मिल गया। हमले के तुरंत बाद जब सेना के जवान और आस-पास के भट्टा डूरियन के ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो उन्हें पांच सैनिकों के जले हुए शव मिले। छठे की हालत गंभीर थी, और क्षतिग्रस्त फल और खाद्य पदार्थ चारों ओर बिखरे हुए थे।
सांगियोट पंचायत के सरपंच मुख्तियाज खान ने कहा कि इफ्तार में आमंत्रित लोगों में वह भी शामिल हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि क्या इफ्तार जब हमारे पांच जवान उस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि जैसे ही हमें सोशल मीडिया समूहों से आतंकी हमले के बारे में जानकारी मिली, गांव में निराशा छा गई। उन्होंने कहा हम भी वहां जाना चाहते थे लेकिन तब तक पुलिस और सेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी थी।ग्रामीण शनिवार को ईद नहीं मनाएंगे। हम केवल नमाज अदा करेंगे। उन्होंने कहा कि मृतक हमारे गांव में तैनात आरआर यूनिट का हिस्सा थे और हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं।