उत्तराखंड। 22 अप्रैल को यमुनोत्री व गंगोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा प्रारंभ हो गयी थी। तथा 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले ही वहां भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है। बर्फबारी होने के बाद सरकार की ओर से निर्देश जारी केया गया। मौसम विभाग के मुताबिक 29 अप्रैल तक बारिश और बर्फबारी होने के आसार है।
वहीं उत्तराखंड सीएम पुष्कर धामी ने भी यात्रियों से अपील की है कि मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुये अपनी यात्रा की शुरुआत करें। बर्फबारी होने के बाद जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से मौसम के मुताबिक यात्रा करने की अपील की है। खराब मौसम के कारण गढ़वाल कमिश्नर ने केदारनाथ के रजिट्रेशन पर रोक लगाई है। तथा अब मौसम की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही फिर से रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू हो सकेगा। बता दें कि सनातन धर्म में चार धाम यात्रा का विशेष महत्व है। ऐसे में हर वर्ष हजारों की संख्या में केदारनाथ धाम पहुंचते हैं।
आपको बता दें कि 22 अप्रैल 2023 को गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:35 पर खुल चुके हैं। गंगोत्री धाम पट खोलने से पहले सहस्त्रनाम गंगा लहरी का पाठ किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार , ऐसा कहा जाता है कि गंगोत्री में स्थित गौरीकुंड में माता पार्वती खुद भगवान शिव की परिक्रमा करती हैं
वहीं 27 अप्रैल 2023 के दिन सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर भक्तगण बद्रीनाथ के दर्शन कर पाएंगे। धार्मिक मान्यता के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि बद्रीनाथ धाम के दर्शन के बिना चार धाम की यात्रा पूरी नहीं मानी जाती। भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक नर और नारायण ऋषि की तपोभूमि है बद्रीनाथ। प्रचलित मान्यता के मुताबिक कहा जाता है कि जो जाए बदरी वो ना आए ओदरी। अर्थात जो व्यक्ति एक बार बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है वो मोक्ष की प्राप्ति कर लेता है। फिर दोबारा उसका जन्म नहीं होता।