योग। जब हम योग करते हैं तो शरीर के साथ साथ हमें अपनी सांसों पर भी ध्यान केंद्रित करना होता है। यही नहीं, यह आपके शरीर और मन के बीच एक तालमेल बनाने में भी मदद करता है। इन्हीं गुणों की वजह से योगाभ्यास अन्य वर्कआउट से भिन्न है। बता दें कि स्थिर मन, स्थिर शरीर का स्वामी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व को परिभाषित करता है। अगर आप एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बनना चाहते हैं तो स्थिरता को आत्मसात करना चाहिए। ये स्ट्रेस, एंग्जायटी को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए आप रोज कम से कम 10 मिनट रोज मेडिटेशन करें। यहां हम बता रहे हैं कि आप लंबे समय तक ध्यान करने के लिए किस तरह के आसनों का अभ्यास कर फायदा पा सकते हैं।
इस तरह करें शुरुआत
सबसे पहले मैट पर पद्मासन या किसी भी मुद्रा में बैठ जाएं। अपने दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक कर ऊपर उठाते हुए शरीर को स्ट्रेच करें। गहरी सांस लें और कुछ देर इसी तरह होल्ड करें। अब शरीर को ढीला करते हुए हाथों को नीचे करें। ध्यान की मुद्रा बनाएं। अब गहरी सांस लें और आंखों को बंद कर आती जाती सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। ओम शब्द का उच्चारण करें और प्रार्थना कर सकते हैं। इसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार कुछ सूक्ष्मयाम करें।
भद्रासन
मैट पर बैठकर दोनों पैरों के तलवों को आपस में मिला लें। अब कमर गर्दन सीधी रखें और ऊपर की तरफ शरीर को स्ट्रेच करें। अब दोनों घुटनों को फर्श की तरफ स्ट्रेच करें और इस मुद्रा में कुछ देर होल्ड करें। अपनी आती जाती सांसों पर ध्यान लगाएं। फिर रिलैक्स करें।
तितली आसन
मैट पर बैठकर दोनों पैरों के तलवों को आपस में मिलाकर बैठें। कमर को सीधी रखें और दोनों पंजों को हाथों से पकड़कर रखें। अब दोनों घुटनों को एक बार उठाएं और फिर नीचे करें। तितली के पंख की तरह इसे जल्दी जल्दी हिलाएं। अब लगातार 1 मिनट तक अभ्यास करें। आंखों को बंद करें।
मार्जरी आसन
वज्रासन की मुद्रा में बैठें। हाथों की कोहनियों को फर्श पर घुटनों से सटाएं और एक हाथ की दूरी पर हथेली रखें और शरीर का उठा लें। हाथ पैर की पोजीशन फिक्स रहेगी। अब सांस भरते हुए कमर को नीचे की तरफ स्ट्रेच करें। अब सांस को भरते हुए कमर को उठाएं, गर्दन नीचे की तरफ स्ट्रेच करें। इस मुद्रा में होल्ड करें। ये प्रक्रिया आप 10 से 15 बार करें।