रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर किए गए हमले में नक्सलियों ने 50 किलो से ज्यादा IED विस्फोटक का इस्तेमाल किया था। इस वजह से जिस पिकअप वाहन में जवान आ रहे थे विस्फोट के बाद उसके पुर्जे पुर्जे गायब हो गए सिर्फ नीचे का कुछ हिस्सा घटनास्थल पर नजर आ रहा है। इस हमले में 10 पुलिसकर्मी और एक चालक की मौत हो गई है। घटना अरनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत उस समय हुई जब राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (DRG) का एक दल नक्सल विरोधी अभियान से लौट रहा था! यह क्षेत्र राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 450 किमी दूर स्थित है! नक्सलियों ने माल ढुलाई वाली उस मिनी वैन को विस्फोट से उड़ा दिया जिसमें सुरक्षाकर्मी यात्रा कर रहे थे!
इस हमले में शहीद हुए जवानों में तीन हेड कॉन्सटेबल रैंक के जवान हैं जबकि चार कॉन्सटेबल और तीन सिपाही हैं। इनके साथ ही एक वाहन चालक की भी जान गई है। शहीद जवानों के नाम हेड कांस्टेबल जोगा सोढ़ी, हेड कांस्टेबल मुन्ना राम कडती, हेड कांस्टेबल संतोष तामो, कॉन्स्टेबल दुल्गो मंडावी, कॉन्स्टेबल लखमू मरकाम, कॉन्स्टेबल जोगा कवासी, कॉन्स्टेबल हरिराम मंडावी, सैनिक राम करतम, सैनिक जयराम पोडियम, सैनिक जगदीश कवासी हैं। जबकि निजी वाहन चालक धनीराम यादव बताया जा रहा है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, इस हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से बात की और दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में 10 पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद की स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति से निपटने के लिए सीएम को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।