झारखंड। झारखंड के दुमका में मयूराक्षी नदी पर झारखंड का सबसे लंबा पुल बन कर तैयार हो गया। बता दें कि 2340 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण में 198 करोड़ से अधिक की राशि लगी है। यह पुल दुमका सदर प्रखंड के कुमराबाद होते हुए मसलिया प्रखंड के मकरमपुर को जोड़ते हुए मसानजोर पथ से जोड़ रही है। इस पुल के बन जाने से दुमका शहर की आबादी 15 किलोमीटर करीब आ गई है।
इस पुल के बनने से पहले दुमका शहर मकरमपुर गांव से दुमका मुख्यालय की दुरी 35 किमी से अधिक दूरी थी। लेकिन अब पुल बन जाने से मकरमपुर से कुमराबाद होते हुए लोग अब दुमका पहुंच रहे हैं दुमका शहर आने के लिए मसलिया प्रखंड के कोलारकोंदा पंचायत के मकरमपुर गांव समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों को काफी घूमकर दुमका शहर आना पड़ता था, लेकिन पुल बन जाने से ऐसे लोग मकरमपुर से कुमराबाद होते हुए दुमका पहुंच रहे हैं। अब ये दूरी मात्र 15 किलोमीटर ही हैं।
मकरमपुर सहित कई गांव ऐसे हैं जो दुमका शहर से सटे थे, यानी नदी आवागमन में बाधित नहीं थी. मसानजोर डैम बनने के बाद बीच का इलाका डूब गया तो मकरमपुर गांव के आधी आबादी डैम के डुबाक्षेत्र से उस पार रह गई थी। एक तरह से मकरमपुर वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा था। लेकिन अब इस पुल बन जाने से मकरमपुर, मसानजोर विस्थापित सगे संबंधियों से मिलने आने जाने से दिक्कत नहीं होगी। नाव से जाने की या घूम कर दूर रास्ते से जाने की जरूरत नहीं होगी। हाई स्कूल, कॉलेज आने-जाने में युवाओं को सहूलियत होगी और व्यापार में रोजगार भी समृद्ध होगा। दुमका में मयूराक्षी नदी पर झारखंड का सबसे लंबा पुल काफी आकर्षक बना है। जिससे लोग अब इसको सेल्फी ब्रिज भी कहने लगे हैं।