देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी है। इसी के मद्देनजर केदारनाथ धाम की यात्रा को फिलहाल अगले आदेश तक रोक दिया गया है। खराब मौसम और भूस्खलन के कारण केदारनाथ और बद्रीनाथ को जोड़ने वाले यात्रा मार्ग बंद कर दिए गए। पुलिस ने तीर्थयात्रियों को ब्रह्मपुरी चेक पोस्ट पर सतर्क किया और उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। उधर, चमोली बाजार के पास बजपुल, चाड़ा, पिनौला और तयापुल के पास भारी मलबा आने से बद्रीनाथ हाईवे रविवार सुबह बंद हो गया। इसके बाद बद्रीनाथ धाम की यात्रा भी रोक दी गई। इस मार्ग पर वाहनों के आवागमन को नंदप्रयाग-सेकोट-कोठियालसेन मार्ग से अस्थाई रूप से डायवर्ट किया गया है।
जोशीमठ में अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन के कारण जिन जगहों पर सड़कें बंद हो गई हैं, वहां से मलबा हटाने का काम चल रहा है और जल्द ही यातायात बहाल होने की उम्मीद है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, केदारनाथ यात्रा पर जाने के लिए तीर्थयात्रियों को अब तीन मई तक का इंतजार करना होगा। जबकि रविवार को दिन भर श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन काउंटर पर केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन की जानकारी जुटाते रहे और बाद में शेष तीन धाम बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के लिए पंजीकरण कराया।
चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए जिम्मेदार अफसरों ने बताया कि खराब मौसम के कारण 25 से 30 अप्रैल तक केदारनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया था। मौसम साफ न होने की वजह से रजिस्ट्रेशन पर लगे इस प्रतिबंध को 3 मई तक बढ़ा दिया है। वहीं, हाईवे से मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है और इसके चलते मारवाड़ी पुल के पास बद्रीनाथ धाम पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। यात्रा मार्ग बाधित होने से श्रद्धालुओं को घंटों सड़क पर इंतजार करना पड़ा और भोजन-पानी की व्यवस्था करने में काफी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा।