धर्म। इस साल 5 मई को पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ये चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर देर रात 1 बजे समाप्त होगा। साल के पहले चंद्र ग्रहण को सिर्फ यूरोप, सेंट्रल एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा। ये भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा और न ही इसका प्रभाव होगा। हालांकि ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है, इसलिए चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद कुछ उपाय करने चाहिए और कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, ताकि इसके नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सके। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें और क्या ना करें…
चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें क्या नहीं?
-चंद्र ग्रहण के मोक्षकाल यानी समापन के बाद पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें। साथ ही घर के देवी-देवताओं को भी स्नान करवाएं। पानी में नमक डालकर पूरे घर में पोछा लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से ग्रहण के बाद का नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाता है।
-चंद्र ग्रहण के समापन के बाद घर, दुकान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान की साफ-सफाई करें। फिर हर जगह गंगाजल से छिड़काव करें। वहीं यदि घर के आसपास मंदिर है तो उसकी भी साफ-सफाई भी अवश्य करें।
-शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के बाद दान करना पुण्यदायी माना गया है। ऐसे में इस दिन ग्रहण समाप्ति के बाद चंद्रमा से संबंधित सफेद चीजें जैसे- दूध, दही, चावल, मिठाई, सफेद मोती, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए।
-चंद्र ग्रहण से पहले पके हुए भोजन में तुलसी की पत्तियां डाल दें। वहीं ग्रहण खत्म होने के बाद सभी खाघ पदार्थों पर गंगाजल से छिड़काव करें और उनको भी शुद्ध करें। गंगाजल के छिड़काव के बाद ही भोजन करें।
-वहीं यदि आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार चल रहा है तो चंद्र ग्रहण के बाद कांच के बर्तन में पानी लेकर उसमें चांदी का एक सिक्का डाल दें। उसके बाद बीमार व्यक्ति का चेहरा बर्तन में दिखाएं और फिर सिक्का किसी को दान कर दें।