Varanasi: एक समय था जब गरीबों के लिए योजनाएं एसी कमरों में बैठकर बनाई जाती थी, योजनाएं काम कर रही हैं या नहीं कोई खबर लेने वाला नहीं था। गरीब को कोई पूछने वाला नहीं था। गरीबों, दलितों और पिछड़ों को केवल अपमान और प्रताड़ना के अलावा कुछ भी नहीं मिलता था। मगर एक गरीब मां के बेटे मोदी ने गरीबों का अपमान कभी नहीं सहा। आज विकास और लोककल्याण की सभी योजनाएं बिना जाति, धर्म, मजहब देखे सभी को समान रूप प्राप्त हो रही हैं। ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी के वाजिदपुर में आयोजित जनसभा के दौरान कही।
₹12,110 करोड़ की 29 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
पीएम मोदी ने इससे पहले वाराणसी सहित पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के लिए ₹12,110 करोड़ की 29 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा ‘आयुष्मान भारत योजना’ के 1.6 करोड़ लाभार्थियों को PVC कार्ड वितरण का शुभारंभ, ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के लाभार्थियों को ऋण वितरण और ‘प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)’ के अंतर्गत ₹5,442 करोड़ से निर्मित 4.51 लाख आवासों का गृह प्रवेश व चाबी वितरण का कार्यक्रम भी प्रधानमंत्री के हाथों संपन्न हुआ। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थिति रहे।
अब जे भी बनारस आई, ऊ खुश होके ही जाई
अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि सावन के महीने की शुरुआत हो, बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो फिर तो जीवन बिल्कुल धन्य हो जाता है। मैं जानता हूं कि आज कल काशी में आप लोग बहुत व्यस्त हैं। काशी में रौनक बहुत ज्यादा हो रही है। देश दुनिया से हर रोज हजारों शिवभक्त बाबा को जल चढ़ाने पहुंच रहे हैं। इस बार सावन की अवधि भी अधिक है। इस बार श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड संख्या में आना तय है। इसके साथ एक और रिकॉर्ड बनना तय है। प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में बोलते हुए कहा, ”अब जे भी बनारस आई, ऊ खुश होके ही जाई।”
काशी की आत्मा को बनाये रखते हुए नूतन काया का लिया है संकल्प
उन्होंने कहा कि मुझे अब चिंता नहीं होती कि इतने सारे लोग आएंगे तो बनारस में सब कैसे मैनेज होगा। काशी के लोग मुझे सिखा देते हैं, मैं उनको कुछ सिखा नहीं सखता। जी20 में दुनियाभर के लोगों का इतना अच्छा आदर और स्वागत काशीवालों ने किया कि आज पूरी दुनिया में काशी की वाहवाही हो रही है। काशी के लोग सब संभाल लेते हैं। आप लोगों ने विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है गदगद होकर जा रहा है। ये बाबा की इच्छा ही थी और हम उसे पूरा करने का निमित्त बन पाए।
9 साल में काशी की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए अभूतपूर्व कार्य हुए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 9 साल में काशी की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। रोजगार के नये अवसर बना रहे हैं। पिछले साल 7 करोड़ से अधिक पर्यटक काशी आए। पर्यटक 12 गुना बढ़े तो इसका सीधा लाभ रिक्शा वालों, ढाबा होटल संचालकों, दुकानदारों, पान वाले, साड़ी कारोबारी, नाव चलाने वाले साथियों को हुआ। गंगा आरती के वक्त नाव पर कितनी भीड़ होती है, ये देखकर मैं भी हैरत में पड़ जाता हूं। बाबा के आशीर्वाद से काशी की विकास यात्रा ऐसे ही चलनी चाहिए। पिछले दिनों नगर निगम के चुनाव हुए थे। आपने विकास की यात्रा का समर्थन किया। काशी के सांसद के नाते आपके इस सहयोग के लिए हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं।
आजादी के आद अब लोकतंत्र का लाभ सही लोगों तक पहुंचा
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ देर पहले ही पीएम आवास और आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से बात हुई। पहले की सरकार से सबकी यही शिकायत थी कि योजनाएं एसी कमरे में बनाई जाती थीं। जमीन पर क्या हो रहा है ये सरकारों को पता ही नहीं लगता था। भाजपा ने डायरेक्ट बेनिफिट, डायरेक्ट फीडबैक की परंपरा बनाई। आज हर नेता, मंत्री और अफसर अपनी जिम्मेदारी निभाने लगा है। अब किसी के लिए गुणा गणित का काम नहीं बचा है। जिन दलों ने भष्ट व्यवस्था चलाई वो लाभार्थी का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं। आजादी के आद अब लोकतंत्र का लाभ सही लोगों तक पहुंचा है। पहले गिने चुने लोगों के हित साधे जाते थे। गरीब की कोई पूछ नहीं थी। भाजपा सरकार में लाभार्थी वर्ग सच्चे सामाजिक न्याय और सेक्युलरिज्म का उदाहरण बन गया है।
कई पीढ़ियों तक पहुंचता है आयुष्मान भारत योजना का लाभ
उन्होंने बताया कि अबतक चार करोड़ से अधिक गरीबों को पीएम आवास मिले हैं। इसमें यूपी के साढ़े 4 लाख गरीब परिवारों को घर मिला है। घर होने से गरीबों की चिंता खत्म हो जाती है सुरक्षा की भावना और स्वाभिमान जगता है। नई ऊर्जा आती है। पीएम आवास योजना के ज्यादातर घर महिलाओं के नाम पर मिल रहे हैं। करोड़ों बहने ऐसी हैं जिनके नाम पर पहली बार कोई प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड हुई है। ऐसे ही आयुष्मान भारत योजना भी महज 5 लाख के मुफ्त इलाज तक सीमित नहीं है। इसका प्रभाव कई पीढ़ियों तक पड़ता है। गरीब परिवार में कोई बीमार होता है तो किसी की पढ़ाई छूट जाती है, किसी को कम उम्र में काम करने निकलना पड़ता है। कई कई साल तक बच्चों की शादी नहीं हो पाती। आर्थिक स्थिति बीमारी में खस्ताहाल हो जाती है। गरीब के सामने दो ही विकल्प होते हैं। या तो अपनों को जिंदगी के लिए संघर्ष करते देखें, या घर खेत बेचकर इलाज के लिए कर्ज लें। प्रॉपर्टी बिकती है और कर्ज के बोझ से कई पीढ़ियां बर्बाद होती हैं। आयुष्मान योजना इसी संकट से गरीबों को बचा रही हैं। आज 1 करोड़ 60 लाख आयुष्मान कार्ड बंटना शुरू हुआ है। देश के संसाधनों पर गरीबों वंचितों का सबसे बड़ा हक होता है।
पहले बैंक तक होती थी केवल अमीरों की पहुंच
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले बैंक तक पहुंच अमीरों की होती थी। माना जाता था कि पैसा नहीं है तो बैंक खाते की क्या जरूरत है। बीते 9 साल में इस सोच को भी बीजेपी सरकार ने बदल दिया है। हमने बैंकों के दरवाजे सबके लिए खोल दिये हैं। करीब 50 करोड़ बैंक खाते जनधन अकाउंट के तहत खोले गये हैं। 10 लाख के ऋण गरीबों को बिना गारंटी दिए गए हैं। इसमें सबसे अधिक लाभ गरीब, दलित, पिछड़ा, आदिवासी और अल्पसंख्यक परिवारों से जुड़े लोगों को हुआ है। यही तो सामाजिक न्याय है। इसकी गारंटी भाजपा सरकार दे रही है। हमारे रेहड़ी पटरी वाले भी वंचित वर्ग से ही आते हैं। पहले की सरकारों ने इन साथियों को अपमान और प्रताड़ना के अलावा कुछ नहीं दिया। गरीब मां का बेटा मोदी इनका अपमान बर्दाशत नहीं कर सका। इसके लिए मैंने पीएम स्वनिधि योजना बनाई है। हमने इनको सम्मान दिया और बैंकों को मदद के लिए कहा। पैसों की गारंटी सरकार खुद ले रही है। अभी तक 35 लाख से अधिक साथियों को स्वनिधि योजना के तहत मदद स्वीकृत हुई है। आज सवा लाख से ज्यादा लाभार्थियों को लोन दिये गये हैं।
गरीब का स्वभिमान मोदी की गारंटी है
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब का स्वभिमान मोदी की गारंटी है। जिन्होंने देश पर दशकों तक राज किया उनके शासन के मूल में बेइमानी रही है। 2014 से पहले भ्रष्टाचारियों और परिवारवादियों की सरकार बजट में घाटे और नुकसान का बहाना बनाते थे। पहले कालाबाजारी और घोटालों की खबरों से अखबार भरे रहते थे। अब नये प्रोजेक्ट के शिलान्यास की खबरें अखबार में छाई रहती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 50 साल पहले देश में राजधानी एक्सप्रेस चलाई गई। मगर केवल 16 रूट पर ही उसका संचालन हो पाया। 35 साल पहले शताब्दी एक्सप्रेस चली, मगर वो भी केवल 19 रूटों पर ही सेवा दे रही है। इनसे अलग वंदे भारत एक्सप्रेस है, चार साल में ये ट्रेन 25 रूट पर चलनी शुरू हो गई है। आज भी गोरखपुर से दो नई वंदेभारत को हरी झंडी दिखाई गई है। देश के मध्यम वर्ग में वंदे भारत सुपर हिट हो गई है। देश के कोने कोने से इसके लिए डिमांड आ रही है और वो दिन दूर नहीं जब वंदे भारत एक्सप्रेस देश के कोने कोने को कनेक्ट करेगी।
₹12,110 करोड़ की 29 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
उन्होंने इस दौरान वाराणसी सहित पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के लिए ₹12,110 करोड़ की 29 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा ‘आयुष्मान भारत योजना’ के 1.6 करोड़ लाभार्थियों को PVC कार्ड वितरण का शुभारंभ, ‘पीएम स्वनिधि योजना’ के लाभार्थियों को ऋण वितरण और ‘प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)’ के अंतर्गत ₹5,442 करोड़ से निर्मित 4.51 लाख आवासों का गृह प्रवेश व चाबी वितरण का कार्यक्रम भी प्रधानमंत्री के हाथों संपन्न हुआ। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थिति रहे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, नगर विकास और ऊर्जा विभाग के मंत्री एके शर्मा, केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालू, सांसद और विधायकगण मौजूद रहे।