Indian Army: भारतीय सेना लगातार अपने शक्तियों को विकसित करने के लिए प्रयासरत है. ऐसे में आज भारतीय सेना में मॉड्यूलर ब्रिज को शामिल किया गया है. कहा जा रहा है कि मॉड्यूलर ब्रिज के सेना में शामिल होने से सेना की इंजीनियर्स कॉर्प्स की क्षमताओं में काफी हद तक विस्तार होगा. इसके साथ ही सेना और टैंको को भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण जगहों पर भी तैनात करना आसान होगा.
Indian Army: डीआरडीओ ने लार्सन एंड टुब्रो से साथ मिलकर किया तैयार
बता दें कि मॉड्यूलर ब्रिज को डिजाइन और विकसित डीआरडीओ ने लार्सन एंड टुब्रो के साथ मिलकर किया है, जिसे नई दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में आधिकारिक तौर पर मॉड्यूलर को भारतीय सेना में शामिल किया गया. इस दौरान मानेकशॉ सेंटर में भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना, डीआरडीओ और रक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
Indian Army: रक्षा मामले में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
दरअसल, रक्षा मंत्रालय ने मॉड्यूलर ब्रिज के 2585 करोड़ रुपये के सौदे को फरवरी 2023 में ही मंजूरी दे दी थी. इस सौदे के अंतर्गत मॉड्यूलर ब्रिज के 41 सेट बनाए जाएंगे. कहा जा रहा है कि इस मॉड्यूलर ब्रिज से सेना की सीमा पर मूवमेंट में जबरदस्त इजाफा होगा. खासतौर पर पश्चिमी सीमा पर चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति में मॉड्यूलर ब्रिज का काफी फायदमंद साबित होगा. इसके साथ ही मॉड्यूलर ब्रिज के इस सौदे से रक्षा मामले में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा.
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