Indian Navy: नवनियुक्त इंडियन नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कार्यभार संभाल लिया है. पदभार ग्रहण करने के बाद नौसेना प्रमुख ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. रायसीना हिल्स के साउथ ब्लॉक के लॉन में उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उन्होंने इस दौरान साउथ ब्लॉक परिसर में मौजूद अपनी मां रजनी त्रिपाठी से भी आशीर्वाद लिया.
नौसेना को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना मेरा लक्ष्य
मीडिया से बात करते हुए एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं नौसेना को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर सकूं. मेरी कोशिश रहेगी की मैं आत्मनिर्भरता की दिशा में और नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में काम करूं. विकसित भारत के तहत मैं भारतीय नौसेना के प्रयासों को मजबूत करूंगा.
उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता हैं कि हम हमारे जवानों को और कुशल बनाएं. मैं उन्हें सर्वोत्तम हथियार, प्रशिक्षण और पेशेवर वातावरण के साथ प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए काम करूंगा. नए नौसेना प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से हमारी नौसेना युद्ध के लिए और अधिक तैयार हुई है. नौसेना को मजबूत करने के लिए मैं सभी पूर्व प्रमुखों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं.
एडमिरल के सामने यह है चुनौती
एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने ऐसे समय में नौसेना की कमान संभाली, जब लाल सागर और अदन की खाड़ी के साथ-साथ विभिन्न रणनीतिक जलमार्गों पर सुरक्षा चुनौतियां हैं. वर्तमान में हूती विद्रोही इन क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं, वे व्यापारिक जहाजों को टारगेट कर रहे हैं, जिससे शिपिंग लागत बढ़ रही है.
नौसेना मेडल से भी सम्मानित
सैनिक स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडकवासला के पूर्व छात्र वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने गोवा के नेवल वॉर कॉलेज और अमेरिका के नेवल वॉर कॉलेज में भी कोर्स किया है. उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) और नौसेना मेडल से भी नवाजा जा चुका है.
ये भी पढ़ें :-Kajal Side Effects: आप भी रोजाना लगाती हैं काजल? हो जाएं सावधान, वरना आंखों को होगा भारी नुकसान