Election Commission of India (ECI): इस समय देश में चुनावी माहौल है. लोकसभा चुनाव के सात चरणों में से 5 चरणों की वोटिंग हो चुकी है. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव के प्रचार प्रसार में लगी हुई है. सभी पार्टियां का बयानबाजी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ऐसे में चुनाव आयोग ने बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के बयानों को संज्ञान में लेते हुए दोनों ही दलों के नेताओं को अपने बयानों में संयम बरतने का निर्देश दिया है. चुनाव आयोग ने अपने आदेश में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा कि वे अपनी पार्टी की ओर से एक औपचारिक नोट जारी करें. आयोग ने कहा कि दोनों ही दल अपने स्टार प्रचारकों को यह निर्देश दें कि कि वे अपने भाषण में सावधानी और मर्यादा बरतें.
समाज को विभाजित करने वाले भाषण बंद करें
दरअसल चुनाव आयोग ने जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को आड़े हाथ लिया है. आयोग ने भाजपा और उसके स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में धार्मिक और सांप्रदायिक भाषण बंद करने का निर्देश दिया. कहा कि समाज को विभाजित करने वाले भाषण बंद किए जाएं.
गलत धारणा पैदा करने वाली बातें बंद करें
आयोग ने कांग्रेस को भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जिनसे गलत धारणा उत्पन्न होती है, जैसे कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने अग्निवीर को लेकर भी आदेश दिया है. आयोग ने कांग्रेस के नेताओं और निर्देश दिया कि वे रक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करें. रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में विभाजनकारी बयान देना बंद करें.
अभिजीत गंगोपाध्याय को नोटिस
बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी पर टिप्पणी को लेकर बीजेपी के अभिजीत गंगोपाध्याय को नोटिस जारी किया था. शुक्रवार को चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एवं बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ उनकी “अनुचित, अविवेकपूर्ण और अशोभनीय” टिप्पणी को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था. मौजूदा लोकसभा चुनाव में गंगोपाध्याय चौथे नेता हैं, जिन्हें महिलाओं के खिलाफ कथित अशोभनीय टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया गया है.
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