12 Jyotirlinga: इस साल 22 जुलाई 2024 से सावन महीने की शुरूआत हो रही है. कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का यह सबसे अच्छा समय होता है. इस महीने विधि विधान से भगवान शिव की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती है. इस समय भगवान भोलेनाथ के मंदिरों लाखों की संख्या में श्रद्धालु जाते हैं. वहीं, मान्यता है कि भोलेनाथ के 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों के दर्शन से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है.
आपको बता दें कि भोलेनाथ के 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों का महत्व सबसे अधिक है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव ज्योति के रूप में स्वयं विराजमान हैं. ये सभी ज्योतिर्लिंग भारत के अलग अलग राज्यों में स्थित हैं. ऐसे में यदि आप भी इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इन 12 ज्योतिर्लिंगों का क्या नाम है, ये कहां स्थित है, तो देर किस बात की चलिए जानते है.
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (गुजरात)
माना जाता है कि गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग है. यहां पर देवताओं द्वारा बनवाया गया एक पवित्र कुंड भी है, जिसे सोमकुण्ड या पापनाशक-तीर्थ कहते हैं.
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग (आंध्र प्रदेश)
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल नाम के पर्वत पर स्थित है.
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश स्थित के उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है. ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है. यहां प्रतिदिन होने वाली भस्मारती विश्व भर में प्रसिद्ध है.
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में शिव का यह पावन धाम स्थित है. इंदौर शहर के पास जिस स्थान पर यह ज्योतिर्लिंग है, उस स्थान पर नर्मदा नदी बहती है और पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहां ॐ का आकार बनता है.
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग (उत्तराखंड)
केदारनाथ स्थित ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में हिमालय की केदार नामक चोटी पर स्थित है. बाबा केदारनाथ का मंदिर बद्रीनाथ के मार्ग में स्थित है. केदारनाथ समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र)
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि नामक पर्वत पर स्थित है.
बाबा विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (उत्तर प्रदेश)
बाबा विश्वनाथ का यह ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी माने जाने वाली वाराणसी शहर में स्थित है.
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र)
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के निकट ब्रह्मागिरि नाम का पर्वत है. इसी पर्वत से गोदावरी नदी शुरू होती है.
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग (झारखंड)
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड प्रांत के संथाल परगना में जसीडीह रेलवे स्टेशन के करीब स्थित है. धार्मिक पुराणों में शिव के इस पावन धाम को चिताभूमि कहा गया है
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (गुजरात)
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के बड़ौदा क्षेत्र में गोमती द्वारका के करीब स्थित है. धार्मिक पुराणों में भगवान शिव को नागों का देवता बताया गया है और नागेश्वर का अर्थ होता है नागों का ईश्वर. द्वारका पुरी से नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 17 मील की है.
रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग (तमिलनाडु)
भगवान शिव का यह ग्यारहवां ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामनाथम नामक स्थान में स्थित है. रामेश्वरतीर्थ को ही सेतुबंध तीर्थ भी कहा जाता है. मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी. भगवान श्री राम द्वारा स्थापित किए जाने के कारण इस ज्योतिर्लिंग को भगवान राम का नाम रामेश्वरम दिया गया है
घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र)
घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के संभाजीनगर के समीप दौलताबाद के पास स्थित है. भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह अंतिम ज्योतिर्लिंग है. इस स्थान को ‘शिवालय’ भी कहा जाता है.
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