Nations Development : भारत ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा जारी 2025 में मानव विकास रिपोर्ट (एचडीआर) में मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में सुधार करते हुए 193 देशों में से 130वां स्थान हासिल किया है। हम आपको बता दें कि भारत का एचडीआई स्कोर 0.676 से बढ़कर 0.685 हो गया है, जोकि मध्यम मानव विकास श्रेणी में गिना जाता है। इसी दौरान उच्च मानव विकास (HDI ≥ 0.700) के करीब है। रिपोर्ट के मुताबिक, असमानता के कारण भारत की एचडीआई में 30.7% की कमी आती है, जो क्षेत्र में सबसे अधिक है।
शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षा अधिकार की सराहना
रिपोर्ट को जारी करते हुए, भारत में जीवन प्रत्याशा 71.7 साल से बढ़कर 72 साल हो गई है, जो अब तक के समय में सबसे अधिक है। इसी दौरान औसत पढ़ाई के साल 6.57 से बढ़कर 6.88 हो गए हैं। जबकि सूत्रों के मुताबिक, स्कूलिंग के अनुमानित वर्षों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। शिक्षा में सुधार के लिए रिपोर्ट ने 1990 के बाद की नीतियों जैसे शिक्षा का अधिकार की सराहना की।
आर्थिक मंचो पर भी उन्नति
भारत की प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय (जीएनआई) 2021 की क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के अनुसार यूएसडी 8,475.68 से बढ़कर यूएसडी 9,046.76 हो गई है। 1990 से अब तक भारत की एचडीआई में 53% से अधिक की वृद्धि हुई है, वहीं अबतक 2015-16 से 2019-21 के बीच 13.5 करोड़ भारतीय बहुआयामी गरीबी से बाहर निकले हैं। सीखने के परिणामों पर अभी और काम करने की जरूरत है।
एआई के क्षेत्र में भी भारत बढ़ रहा आगे
रिपोर्ट के दौरान बताया गया है कि भारत अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में भी अग्रणी बन रहा है। जानकारी के मुताबिक, देश में एआई कौशल सबसे अधिक दिखाया गया है और 20% भारतीय एआई शोधकर्ता अब देश में ही बने रह रहे हैं, जो 2019 में लगभग शून्य था। हालांकि यूएनडीपी ने इस बात पर चेतावनी भी दी है कि वैश्विक स्तर पर मानव विकास की प्रगति अब तक की सबसे धीमी हो गई है, जो चिंताजनक है।
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