‘यह कोई प्रतिक्रिया नही, तैयार की गई जवाबी कार्रवाई’, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बोले सैन्य अधिकारी

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के अधिकारी ने सफलता पर बात की। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर एक योजनाबद्ध और लक्ष्य आधारित कार्रवाई थी, जिसका मकसद आतंकवादी गतिविधियों की चौकियों को पूरी तरह खत्म करना था। सैन्य अधिकारी का कहना है कि गोली भले ही दुश्मनों ने चलाई थी, लेकिन उनकी हरकतों का कड़ा जवाब देकर धमाका हमने किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन कोई प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि पहले से तैयार की गई जवाबी कार्रवाई थी। 

दुश्मन के हौसले को किया चकनाचूर

अधिकारी के मुताबिक, इस ऑपरेशन में सेना ने स्वदेशी रडार सिस्टम और टारगेट एक्विजिशन टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने बताया है कि पाकिस्‍तान के भारी गोला-बारी के बाद भी भारतीय सेना ने अपने किसी जवान को नुकसान नहीं होने दिया।

जानकारी के दौरान, इस ऑपरेशन में न सिर्फ दुश्मनों के चौकियों को तबाह किया, बल्कि उनके मनोबल को भी चकनाचूर कर दिया। उन्‍होंने बताया कि जब उन्होंने हमारे गांवों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना शुरू किया, तब हमने भी तय कर लिया कि हर गोला उनके खिलाफ जवाब बनेगा।

सेना प्रमुख ने जवानों से की मुलाकात

हम आपको बता दें कि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने राजस्थान के लोंगेवाला में जाकर कॉनार्क कोर के जवानों से मुलाकात की। इसके साथ ही उनके साहस और मनाबल की सराहना भी की। भारतीय सेना, वायुसेना और बीएसएफ ने मिलकर दुश्मन के इरादों को नाकाम किया।

जानकारी के मुताबिक, यह ऑपरेशन राजस्थान के जैसलमेर से लेकर कच्छ तक फैले रेगिस्तान में चलाया गया इसके साथ ही सेना प्रमुख ने जवानों की हिम्मत, समर्पण और पराक्रम को सलाम किया और कहा- देश को आप पर गर्व है।

ऑपरेशन सिंदूर से दहल उठा दुश्मन

हम आपको बता दें कि 6 से 7 मई की दरमियानी रात को 1:05 बजे से लेकर 1:30 बजे तक सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। 25 मिनट के इस ऑपरेशन में 24 मिसाइलों के जरिए नौ आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया। इतना ही नहीं भारतीय सेना के इस कार्रवाई में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के दस लोगों की मौत हो गई।

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