Bihar: राजधानी पटना में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे दियारा क्षेत्र के कई गांव और स्कूल बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिला प्रशासन ने जलभराव और तेज धार को देखते हुए आठ प्रखंडों के 78 स्कूलों को 21 जुलाई से अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है.
पटना में सहायक नदियां भी उफान पर
पटना जिले के उत्तर और दक्षिण दोनों ओर से नदियां उफान पर हैं. रविवार (20 जुलाई, 2025) की सुबह गांधी घाट पर पानी खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर पाया गया. मिली जानकारी के मुताबिक पटना के दक्षिणी इलाके में दनियावां और फतुहा प्रखंड में फल्गु नदी की सहायक नदियां जैसे महात्माइन नदी, लोकाइन, दरधा, पुनपुन और धोबा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.
नाव ही बना सहारा, स्कूलों पर मंडराया खतरा
कई स्कूलों में पानी भर चुका है, तो कुछ स्कूलों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है. विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है. स्कूलों की पूरी सूची और प्रभावित क्षेत्र की जानकारी के लिए प्रशासन की ओर से लिंक (या एक्स पोस्ट) भी जारी की गई है.
लोग पलायन करने की कर रहे तैयारी
दनियावां प्रखंड के होरिल बिगहा गांव के पास पटना-बिहारशरीफ एनएच 30ए पर कल (शनिवार) शाम से पानी चढ़ गया है. हालांकि अभी एक फिट के करीब पानी चढ़ा हुआ है, लेकिन धीरे-धीरे जलस्तर में वृद्धि हो रही है. आसपास के गांव के लोग पलायन करने की तैयारी कर रहे हैं. पूरा इलाका जलमग्न हो गया है. कई जगहों पर बांध टूट गए हैं.
इसे भी पढ़ें:-मानसून सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक शुरू, आठ नये विधेयक पेश करेगी केंद्र सरकार