Sawan Somwar 2025: सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की भक्ति और आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है. इस साल सावन का आखिरी सोमवार 4 अगस्त 2025 को है. ये दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त की जा सकती है. आइए जानते हैं, सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ अचूक उपाय.
सावन सोमवार व्रत
इस दिन सावन सोमवार का व्रत रखें. व्रत के दौरान फलाहार करें और भगवान शिव और माता पार्वती की कथा सुनें. कुंवारी कन्याएं इस व्रत को सुयोग्य वर प्राप्ति के लिए रख सकती हैं.
- शुभ मुहूर्तसूर्योदय: सुबह 5:43 बजे
- अनुराधा नक्षत्र: सुबह 9:13 बजे तक
- इंद्र योग: सुबह 7:24 बजे तक
- पूजा का समय: सुबह 5:43 से 9:00 बजे तक विशेष शुभ माना जाता है
इन बातों का रखें ध्यान
- शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद को ग्रहण करें और दूसरों में बांटें.
- ध्यानपूजा के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
- पूजा के समय मन में नकारात्मक विचार न लाएं और सच्चे मन से भक्ति करें.
मांस-मदिरा का सेवन न करें और सात्विक जीवनशैली अपनाएं.
सावन सोमवार व्रत की पूजन विधि
सावन सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. उसके घर के पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें. भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें. फिर, हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें और ‘ऊं नमः शिवाय’ का जाप आरंभ करें. उसके बाद दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करें. फिर गंगाजल से स्नान कराएं. बेलपत्र, धतूरा, भांग, आक का फूल, सफेद फूल, चंदन, अक्षत, फल, मिठाई, इत्र अर्पित करें.
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