IND VS ENG: भारत ने इंग्लैंड को ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट में 6 रन से हरा दिया है. इंग्लैंड की टीम को ओवल टेस्ट के आखिरी दिन जीत के लिए 35 रन चाहिए थे लेकिन वह सिर्फ 28 रन ही बना पाई और 6 रन से मैच हार गई. इसी के साथ एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी 2-2 से बराबरी पर छूटी है. यह ओवल मैदान पर भारत द्वारा जीता गया सिर्फ तीसरा टेस्ट मैच है. साथ ही यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में भारत की सबसे कम रनों के अंतर से आई जीत है. अजीत वाडेकर और विराट कोहली के बाद शुभमन गिल ऐसे तीसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ओवल मैदान पर टेस्ट मैच जीता है.
टेस्ट में सबसे करीबी जीत
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में यह भारत की सबसे कम रनों के अंतर से आई जीत है. इससे पहले भारत की सबसे कम अंतर से आई जीत का अंतर 13 रन था, जो 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आई थी. वहीं 1972 में भारत ने इंग्लैंड को 28 रनों से हराया था.
- 6 रन – बनाम इंग्लैंड – 2025
- 13 रन – बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2004
- 28 रन बनाम इंग्लैंड – 1972
सिराज का कमाल
मोहम्मद सिराज दोनों टीमों के इकलौते गेंदबाज़ हैं जिन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 1,000 से ज़्यादा गेंदें फेंकी हैं. उन्होंने आखिरी टेस्ट की पहली पारी में चार विकेट लिए तो दूसरी पारी में 5 विकेट लिए और भारत को जीत दिला दी. उन्होंने पहली पारी के सर्वोच्च स्कोरर जैक क्रॉली को एक सुनियोजित रणनीति के साथ बेबस कर दिया. जैक क्रॉली को बोल्ड कर सिराज ने जीत की उम्मीज जगाी दी. इसके बाद दूसरी पारी में सिराज ने शुरुआती ओवर में ही दो विकेट लेकर मैच का पासा पलट दिया. सिराज ने आखिरी दिन पहले सेशन में मैच जीताऊ गेंदबाजी की और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. सिराज ने आखिरी विकेट के रूप में गस एटकिंसन को बोल्ड कर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी.
सिर्फ 155 रनों के भीतर इंग्लैंड ने सारे विकेट गंवा दिए
बारिश से प्रभावित ओवल टेस्ट में भारत की पहली पारी महज 224 रनों पर सिमट गई थी. इसके जवाब में इंग्लैंड ने 92 रनों की सलामी साझेदारी कर बढ़िया शुरुआत हासिल की थी, लेकिन अगले सिर्फ 155 रनों के भीतर इंग्लैंड ने सारे विकेट गंवा दिए, जिससे इंग्लैंड की पहली पारी 247 के स्कोर पर समाप्त हुई. इंग्लैंड को पहली पारी में 23 रनों की मामूली, लेकिन बेहद महत्वपूर्ण बढ़त मिली.
जब टीम इंडिया दूसरी बार बैटिंग करने आई तो पिच पहले से बेहतर हो चुकी थी. केएल राहुल और साई सुदर्शन ज्यादा बड़ी पारी नहीं खेल पाए, लेकिन यशस्वी जायसवाल की 118 रनों की शतकीय पारी की बदौलत भारत बड़े स्कोर की ओर आगे बढ़ा. उन्होंने आकाशदीप के साथ 107 रनों की साझेदारी की. आकाशदीप ने 66 रन बनाए. भारत की दूसरी पारी 396 रनों पर समाप्त हुई, इसलिए इंग्लैंड को 374 रनों का लक्ष्य मिला.
यादगार रही सीरीज
तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी को हाल के दिनों की सबसे यादगार टेस्ट सीरीज़ में से एक माना जाएगा. इसमें ड्रामा, दिल टूटने, शानदार शतक और चौंकाने वाले उलटफेर शामिल थे. लेकिन शायद इसने हमें कुछ और भी यादगार दिया वह रहे मोहम्मद सिराज, भारतीय गेंदबाज को एक ऐसी सीरीज़ दी जिसका वो हमेशा याद रखेंगे.
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