Delhi: दिल्ली विधानसभा में दो दिवसीय अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन रविवार को शुरू हो गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. यह सम्मेलन देश के पहले निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष विट्ठल भाई पटेल द्वारा केंद्रीय विधान सभा के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है. इस ऐतिहासिक आयोजन में देश भर के विधानसभा और विधान परिषदों के 32 पीठासीन अधिकारी, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सभापति और उपसभापति शामिल हैं.
विधानसभा की 100 की यात्रा का प्रदर्शन
गृह मंत्री अमित शाह उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे और इस मौके पर वीर विठ्ठलभाई पटेल के सम्मान में एक विशेष स्मारक डाक टिकट जारी करेंगे. इसके साथ ही वे दिल्ली विधानसभा की 100 साल से अधिक की यात्रा को दर्शाने वाली एक अनूठी प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे. इस प्रदर्शनी में विधानसभा की ऐतिहासिक यात्रा दिखाई जाएगी, जब यह पहले इंपीरियल विधान परिषद की सीट रही, फिर केंद्रीय विधान सभा बनी और बाद में भारत की पहली संसद के रूप में विकसित हुई.
विधायी इतिहास की शुरुआत
आज ही के दिन, महान स्वतंत्रता सेनानी विट्ठलभाई पटेल के केंद्रीय विधानसभा के अध्यक्ष बनने के साथ, भारत के विधायी इतिहास की शुरुआत हुई थी. आज, देश की विधायिकाओं को चलाने वाले सभी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति और उपसभापति यहां उपस्थित हैं. अतः एक प्रकार से, स्वर्णिम इतिहास रचने वाली और स्वर्णिम भविष्य की दिशा में अग्रसर पूरी विधायी व्यवस्था आज इस ऐतिहासिक सदन में उपस्थित है.’
काम को बाधित करना ठीक नहीं- किरेन रिजिजू
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए अतिथियों के लिए यह बहुत उपयोगी सत्र साबित होगा. उस समय हमारा संसद कैसे चलता था इसका आंकलन करना जरूरी है. जिन महान लोगों ने इसकी नींव रखी उसको याद करना जरूरी है. कुछ-कुछ विधानसभा में जाकर देखा, कई को जाकर देखा कुछ अच्छा चलता है. कौन सा विधानसभा कैसे चलता है, यह सब यहां देखने को मिलेगा. एक विधानसभा से दूसरे विधानसभा को चलाने की बात सीखी जा सकती है. अगर विधानसभा, संसद ठीक से नहीं चलेगा तो कहीं न कहीं लोकतंत्र में दिक्कत है. संसद में हंगामा होना उचित है लेकिन इससे काम को बाधित करना ठीक नहीं है.
इसे भी पढ़ें:-विदेशी यात्री के पास से सेटेलाइट फोन बरामद, पत्नी और बेटे संग जा रहा था बेंगलुरु