Punjab: पंजाब में हाल ही में आई भीषण बाढ़ ने राज्य के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है. इस आपदा के कारण हजारों गांवों और लाखों एकड़ फसल को नुकसान पहुंचा है. इसी पर चिंता जाहिर करते हुए पंजाब के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने रविवार को कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने और राहत एवं पुनर्वास कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सरकार ने नोडल प्रतिनिधियों की नियुक्ति की है.
राज्य सरकार ने 2303 गांवों को किया चिह्नित
मंत्री ने बताया कि बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने 2303 गांवों को चिह्नित किया है जिन्हें तत्काल राहत और पुनर्वास सहायता की आवश्यकता है. इन गांवों में न केवल राहत सामग्री पहुंचाने बल्कि पुनर्वास योजनाओं को समय पर लागू करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
मंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य के लिए, नोडल प्रतिनिधि नियुक्त किए गए हैं, जो जिला प्रशासन और नामित नोडल राजपत्रित अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि वे राहत सामग्री के वितरण की निगरानी करेंगे, फसल नुकसान, घरों एवं पशुधन को हुए नुकसान का आकलन करने में सहायता करेंगे और प्रभावित परिवारों के दावों को समय पर पूरा करने में मदद करेंगे ताकि बिना किसी देरी के मुआवजा और सहायता प्रदान की जा सके. मुंडियां ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को न केवल तत्काल राहत की जरूरत है, बल्कि चिकित्सा शिविर, आजीविका सहायता और पुनर्वास सुविधाओं की भी आवश्यकता है.
1.98 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद
इस बीच, नवीनतम बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब भर में कुल 1,98,525 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है, जिसमें गुरदासपुर (40,169 हेक्टेयर), अमृतसर (27,154 हेक्टेयर), फाजिल्का (25,182 हेक्टेयर), पटियाला (17,690 हेक्टेयर) और कपूरथला (17,574 हेक्टेयर) सहित अन्य क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है.
82 राहत शिविरों में 3,689 लोगों को सहारा
हालांकि राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटों में किसी भी तरह की हताहत की खबर नहीं आई है. अब तक बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 56 लोगों की मौत दर्ज की गई है. वर्तमान में राज्य में 82 राहत शिविर सक्रिय हैं, जो 3,689 लोगों को आश्रय और आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं.
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