PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 17 सितंबर 2025 को अपना 75वां जन्मदिन मनाएंगे. जब वह पहली बार देश के पीएम बने थे तब उनकी उम्र 64 साल की थी. बीते 11 सालों में उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी बीजेपी को ही न केवल शिखर पर पहुंचाया है बल्कि देश की आर्थिक दिशा और दशा बदल कर रख दी. उनके कार्यकाल में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी वाला देश बन गया है. जीडीपी से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर और डिफेंस सेक्टर में देश ने अमूल चूक बढ़ोतरी दर्ज की है आइए हम आपको बताते हैं कि बीते 11 सालों में देश की इकोनॉमी ने कैसे छलांग लगाई है.
पीएम मोदी मध्यप्रदेश में मनाएंगे अपना जन्मदिन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 75वां जन्मदिन मध्यप्रदेश की धरती पर मनाएंगे. इस अवसर पर वे PM-MITRA टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास करेंगे, जिसकी स्थापना धार जिले के भैंसोला गांव (बदनावर तहसील) में की जा रही है. यह परियोजना राज्य के लिए औद्योगिक विकास और रोजगार के नए अवसर लेकर आएगी. उम्मीद है कि इस पार्क के माध्यम से हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ की शुरुआत
अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री मोदी ‘Swasth Nari, Sashakt Parivar Abhiyaan’ (स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान) की भी शुरुआत करेंगे. इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और परिवारों के स्वास्थ्य में सुधार करना और समाज में जागरूकता बढ़ाना है.
सेवा पखवाड़ा का आगाज
17 सितंबर से देशभर में ‘सेवा पखवाड़ा’ भी शुरू होगा. इस पखवाड़े के दौरान विभिन्न सामाजिक और जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान, स्वच्छता अभियान और सेवा कार्य प्रमुख रहेंगे.
मध्यप्रदेश सरकार की तैयारियां
मध्यप्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस विशेष मौके के लिए व्यापक तैयारियां की हैं. मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्य प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेंगे. ग्रामीण और शहरी स्तर पर जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष आयोजन किए जा रहे हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी की शिक्षा
नरेंद्र मोदी की शिक्षा भी संघर्षपूर्ण रही. उन्होंने गुजरात बोर्ड से 1967 में SSC पूरा किया, फिर 1978 में दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में BA और 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से MA किया. 1968 में हिंदू परंपरा के अनुसार जशोदाबेन चिमनलाल से विवाह हुआ, लेकिन वे अलग रहे. 1965 के भारत-पाक युद्ध और 1967 के गुजरात बाढ़ में उन्होंने स्वयंसेवा की, जो उनके सेवा भाव को दर्शाता है.
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