UP: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के छात्र-छात्राओं को दीपावली से पहले एक बड़ी सौगात दी है. दशमोत्तर व पूर्वदशम छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत सीएम योगी ने एक साथ 10 लाख 28 हजार 205 विद्यार्थियों के बैंक खातों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से 300 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति राशि ट्रांसफर की.
मुख्यमंत्री के अनुसार समाज बदलने के लिए क्या है ज़रूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाएंगे और पूरी लगन से पढ़ाई करेंगे, वे समाज की तस्वीर बदलने की भूमिका में रहेंगे. सरकार की योजनाएं बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों तक पहुंच रही हैं. इसी का परिणाम है कि देश के 25 करोड़ और उत्तर प्रदेश के छह करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता मिली है.
पारदर्शी और तकनीक आधारित व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहे. गत वर्ष जिन विद्यार्थियों को संस्थानों की लापरवाही या पोर्टल की त्रुटियों के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी, उनके लिए पोर्टल को पुनः सक्रिय किया गया है. जैसे ही डेटा एंट्री पूरी होगी, एक विशेष समारोह में उन्हें भी डीबीटी के माध्यम से राशि दी जाएगी. हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे, हर छात्र अपने सपनों की उड़ान भर सके.
सामाजिक सुरक्षा की दिशा में कदम
सीएम योगी ने कहा, समाज कल्याण विभाग के माध्यम से प्रदेश के 1 करोड़ 5 लाख परिवारों को 12,000 वार्षिक पेंशन डीबीटी के जरिए दी जा रही है. पहले 300 मासिक पेंशन छह महीने में दी जाती थी, जिसमें बिचौलिये हिस्सा खा जाते थे. हमारी सरकार ने इसे बढ़ाकर अब 1,000 प्रति माह किया है. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक 4 लाख से अधिक बेटियों के विवाह कराए जा चुके हैं. प्रत्येक विवाह हेतु 1 लाख की सहायता राशि दी जाती है.
इसे भी पढ़ें:-श्रीलंका की PM ने दिल्ली के सरकारी स्कूल का किया दौरा, प्रोजेक्ट्स और डिजिटल लर्निंग पर की चर्चा