लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को गांव स्तर पर शुद्ध करने की जरूरत है ताकि हर व्यक्ति को तत्काल समुचित इलाज मिल सके। इसके लिए सभी अस्पतालों की जिओ मैपिंग की जाएगी। इसके लिए मोबाइल एप विकसित किया जाना चाहिए। इसके तहत जल्द से जल्द पीएचसी, सीएचसी, हेल्थ सेंटर, जिला अस्पताल की सुविधाओं का एक डाटाबेस तैयार किया जाए। सीएम बुधवार को टीम 9 की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय नई चुनौतियों का है। इसे स्वीकार करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का मुकम्मल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाए, ताकि भविष्य में किसी को इलाज के लिए भटकना न पड़े। जिओ मैपिंग के जरिए यह भी तय हो जाएगा कि संबंधित केंद्र पर चिकित्सकों और पैरामेडिकल की स्थिति क्या है। किस केंद्र पर कौन-कौन सी दवाएं उपलब्ध हैं। इसी तरह भवन, उपकरणों की स्थिति भी पता चल सकेगी। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस पर रोकथाम के दृष्टिगत सर्विलांस की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कोरोना की चेन तोड़ने में भी निगरानी समितियों ने सराहनीय कार्य किया है। अब एक ओर जहां विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है, वहीं बरसात का मौसम प्रारंभ होने वाला है और इंसेफेलाइटिस की समस्या भी बढ़ने की संभावना होगी। इसलिए प्रो-एक्टिव नीति के तहत हमें सर्विलांस को और बेहतर करना होगा।