वाराणसी। दूषित हो रहे पर्यावरण को संभालने और स्वच्छ बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करना जरूरी है। शहर में कुछ व्यक्ति पर्यावरण को संभालने के लिए लगातार पौधरोपण करने में जुटे हुए हैं। लॉकडाउन में जहां कुछ परिवारों ने पर्यावरण को हरा-भरा बनाने को लक्ष्य मानकर अपने घर की छत पर एक बगिया बना डाली तो कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश हर घर तक पहुंचा दिया है। विश्व पर्यावरण दिवस पर हम कुछ ऐसे ही लोगों से आज रूबरू होंगे। सुंदरपुर निवासी व्यवसायी अजीत मेहरोत्रा ने अपने घर की छत पर एक गार्डन बनाया है। यहां बड़ी संख्या में सब्जियां और फ लों के पौधे लगाए हैं। इस काम में पत्नी मोना व बेटा संस्कार भी मदद कर रहे हैं। अजीत का कहना है कि इन पौधों को लगाने से पर्यावरण में तो सुधार होगा ही साथ ही यह पौधे हमारे आसपास के वातावरण को भी शुद्ध रखते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। वीवेंडर फाउंडेशन के गोपाल कुमार ने टीम के साथ सोशल मीडिया पर मुहिम चलाकर पर्यावरण संरक्षण अभियान को जन-जन पहुंचाया है। सोशल मीडिया के जरिए गोपाल की इस मुहिम से वाराणसी के अलावा बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल, उत्तराखंड व हिमाचल में भी लोगों ने अपने घरों पर पौधरोपण किया। गोपाल ने बताया कि कोरोना काल में संस्था की ओर से 2000 से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं। बीएचयू दृश्य कला संकाय के पूर्व छात्र छायाकार विनोद राव ने अपनी कला के जरिए पेड़ बचाएं, जीवन पाएं का संदेश दे रहे है। अपनी पेटिंग में उन्होंने वास्तविक पेड़ को जोड़ रखा है, जिसपर रक्षासूत्र बंधा है। रक्षासूत्र के जरिए उन्होंने पेड़ व मनुष्य के बीच रक्षा संबंध का एहसास देने की कोशिश की है। पर्यावरण संरक्षण के संदेश पर आधारित यह पेटिंग जल्द ही जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को भेंट की जाएगी।