लखनऊ। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के प्रशिक्षु अब फैक्टरियों में आधुनिक मशीनों पर प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके लिए फैक्टरी संचालकों से आईटीआई की 14,356 सीटों के लिए एमओयू किया गया है। इस प्रशिक्षण योजना को नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) से भी अनुमोदन मिल गया है। प्रशिक्षु इस योजना में मौजूदा सत्र से ही प्रवेश ले सकते हैं। आईटीआई में दाखिले के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को उद्यमियों की मदद से आधुनिक मशीनों पर प्रशिक्षण देने की डुअल सिस्टम प्रशिक्षण योजना चल रही है। बीते शैक्षिक सत्र में 694 सीटों के साथ यह योजना बतौर पायलट प्रोजेक्ट शुरू की गई थी। अभ्यर्थी चालू सत्र की प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से इस प्रशिक्षण योजना का लाभ उठा सकते हैं। सचिव प्राविधिक व व्यावसायिक शिक्षा आलोक कुमार ने बताया कि मौजूदा शैक्षिक सत्र 2021-22 में आईटीआई की लगभग 1.25 लाख सीटों में डुअल सिस्टम प्रशिक्षण योजना की 14356 सीटें शामिल हैं। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को विकल्प दिया गया है कि वह इस प्रशिक्षण योजना में शामिल हो सकते हैं। आईटीआई के प्रधानाचार्यों और उद्यमियों के साथ इस प्रशिक्षण योजना के लिए एमओयू किया गया है। एनसीवीटी के अनुमोदन के बाद ही प्रशिक्षण के लिए प्रवेश लिया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं को इस योजना में व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ही आधुनिक मशीनों पर कार्य करने के तरीके और प्रोटोकॉल की जानकारी हो सकेगी। प्रशिक्षण पूरा करने वालों को उद्यमी अपनी फैक्टरी में नौकरी भी दे सकेंगे। एक बैच में 30 प्रशिक्षुओं को रखा गया है। इस प्रशिक्षण के लिए सामान्य शुल्क ही लिया जाएगा।